Sarfaraz Khan and Naushad Khan: खुद नहीं खेल पाए इंटरनेशनल क्रिकेट, दो बेटों को टीम इंडिया के लिए तैयार किया… सरफराज खान के पिता नौशाद की कहानी

भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला राजकोट में खेला जा रहा है. इस मुकाबले के जरिए सरफराज खान ने भारत के लिए अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया. सरफराज ने अपनी डेब्यू इनिंग्स में ही धमाल मचा दिया और महज 66 गेंदों का सामना करते हुए 62 रन बनाए. सरफराज ने अपनी पारी में 9 चौके और एक सिक्स लगाया. सरफराज साथी बल्लेबाज रवींद्र जडेजा के साथ गलतफहमी की वजह से रन-आउट हुए.

पिता की बदौलत ही क्रिकेटर बन पाए सरफराज

26 साल के सरफराज खान ने यहां तक पहुंचने के लिए लंबी और काफी कठिन राह तय की है. सरफराज के यहां तक के सफर में उनके पिता नौशाद खान का अहम रोल रहा है. जब सरफराज को टेस्ट कैप मिली तो नौशाद भी मैदान पर मौजूद थे. बेटे को डेब्यू कैप मिलने के बाद नौशाद काफी इमोशनल हो गए थे.

सरफराज खान की कहानी हर तरह से उनके अब्बू (नौशाद खान) की कहानी है. ऐसा कभी-कभार ही देखा जाता है कि लगभग 70 का औसत रखने वाले बल्लेबाज को पहला टेस्ट मैच खेलने से पहले 45 फर्स्ट क्लास मुकाबले खेलने पड़े हों. यानी सरफराज के करियर में चीजें आसानी से नहीं हुई हैं और उन्हें नेशनल कॉल-अप के लिए काफी इंतजार करना पड़ा.

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