NCR की तर्ज पर यूपी के 6 जिलों में बनेगा एससीआर, योगी सरकार ने दायरे से दो जिले किए गए बाहर
दिल्ली एनसीआर की तर्ज पर यूपी स्टेट कैपिटल रीजन (एससीआर) बनाने की कवायद तेज हो गई है। कमिश्नर डॉ. रोशन जैकब ने इसके लिए तीन दिन पहले शासन को रिपोर्ट भेज दी है।
कमिश्नर ने अपर मुख्य सचिव आवास नितिन रमेश गोकर्ण को जल्द राज्य राजधानी परिक्षेत्र के लिए नोटिफिकेशन जारी करने को कहा है।
स्टेट कैपिटल रीजन में कुल छह जिले शामिल हैं। इनका 27826 वर्ग किमी क्षेत्र एससीआर दायरे में रहेगा। इसमें पहले प्रस्तावित कानपुर, कानपुर देहात नई सूची से बाहर हो गए हैं।
दिल्ली एनसीआर की तर्ज पर प्रदेश में यूपीएससीआर बनेगा। इसमें पहले आठ जिलों को शामिल करने का प्रस्ताव था, लेकिन अब छह जिले ही रहेंगे। कानपुर और कानपुर देहात बाहर कर दिए गए हैं।
7 मार्च 2024 को उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र विकास अध्यादेश को सरकार ने मंजूरी दे दी। अब इसके गठन का रास्ता साफ हो गया है। मगर आवास विभाग से गठन की अधिसूचना जारी नहीं हुई है।
कमिश्नर डॉ. रोशन जैकब ने इन छह जिलों का सर्वे कराया है। उनकी आबादी, क्षेत्रफल आदि आंकड़े अब आ चुके हैं। प्रयास था कि आचार संहिता लागू होने से पहले एससीआर गठन की अधिसूचना जारी हो जाए।
मगर संभव नहीं हो पाया। फिर भी इस पर तेजी से काम चल रहा है। आचार संहिता खत्म होने के बाद अधिसूचना जारी होने की उम्मीद है।
दायरा बहुत बड़ा होने के चलते हटाए गए दो जिले
पहले कानपुर, कानपुर देहात भी एससीआर में शामिल करने का प्रस्ताव था। इन दोनों को मिलाने से एससीआर क्षेत्र काफी बड़ा हो रहा था। ऐसे में शासन स्तर पर हुई बैठक में दोनों जिलों को अलग करने का फैसला हुआ।
इसी क्रम में अब लखनऊ विकास प्राधिकरण ने एससीआर के लिए छह जिलों को शामिल कर अधिसूचना जारी करने का प्रस्ताव भेजा है। एससीआर में लखनऊ, हरदोई, सीतापुर, उन्नाव, बाराबंकी और रायबरेली शामिल हैं।
एक साथ विकास का बनेगा प्रस्ताव
एससीआर अधिसूचना जारी होने पर इनके विकास का प्रस्ताव बनेगा। एससीआर के विकास, नक्शा मंजूरी और अन्य विकास परियोजनाओं के लिए नए नियम और मानक बनेंगे। इसकी जिम्मेदारी लखनऊ विकास प्राधिकरण को दी गयी है।
एससीआर के जिले जनसंख्या क्षेत्रफल
लखनऊ 4589838 2528
हरदोई 4092845 5986
सीतापुर 4483992 5743
उन्नाव 3108367 4558
रायबरेली 3405569 4609
बाराबंकी 3260699 4402