Sensex-Nifty पर दिखा RBI MPC के फैसले का असर, स्टॉक मार्केट में आई बड़ी गिरावट
भारतीय रिजर्व बैंक ने अगस्त की मौद्रिक नीति पेश कर दी है. इसमें रेपो रेट को लगातार 9वीं बार पहले जैसा रखा गया है. इसका असर घरेलू शेयर बाजारों पर भी देखने को मिल रहा है. गुरुवार को BSE Sensex और NSE Nifty दोनों की शुरुआत निगेटिव ट्रेंड के साथ हुई, और बाद में आरबीआई के मौद्रिक नीति का ऐलान करने के बाद इसमें ट्रेंड को आगे बढ़ता देखा गया. आरबीआई ने रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बनाए रखा है.
गुरुवार को बाजार खुलने के साथ ही एनएसई निफ्टी में गिरावट देखी गई और ये 24,248.55 अंक पर खुला. जबकि बुधवार को 24,297.50 अंक पर बंद हुआ था. इस तरह निफ्टी में करीब 50 अंक की गिरावट देखने को मिली है, जो अभी आगे और जारी है. इसी तरह बीएसई सेंसेक्स भी 250 अंक से ज्यादा गिरकर खुला है. इसकी शुरुआत 79,420.49 अंक पर हुई, जबकि बुधवार को ये 79,468.01 अंक पर बंद हुआ था.
पॉलिसी के ऐलान के बाद गिरा मार्केट
भारतीय रिजर्व बैंक ने जैसे ही रेपो रेट को नहीं बदलने का ऐलान किया. इसके बाद शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई. बीएसई सेंसेक्स 500 अंक तक की गिरावट के साथ 78,897.92 के निचले स्तर तक चला गया. जबकि एनएसई निफ्टी में भी करीब 100 अंक की गिरावट देखने को मिली और ये 24,119.30 अंक के लो लेवल तक चला गया.
भारतीय शेयर बाजारों में बुधवार को रिकवरी का दौर देखा गया. शाम होने पर जब मार्केट बंद हुआ तो बीएसई सेंसेक्स 874.94 अंक की बढ़त के साथ 79,468.01 पॉइंट पर बंद हुआ. जबकि एनएसई निफ्टी 304.95 अंक की रिकवरी के साथ 24,297.50 पॉइंट पर पहुंचकर बंद हुआ.
आरबीआई की अगस्त 2024 की मौद्रिक समीक्षा नीति इसलिए भी अहम है क्योंकि अमेरिका में मंदी का असर देखा जा रहा है. अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने सितंबर में ब्याज दरों में कटौती करने के संकेत दिए हैं और देश में महंगाई ऊंचाई पर बनी हुई है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि RBI दिसंबर में रेपो रेट में कुछ बदलाव करे, तब तक महंगाई के भी नियंत्रण में आने की उम्मीद है.
इन 5 फैक्टर्स ने बदली मार्केट की चाल
आरबीआई एमपीसी के फैसले के अलावा अगर बीती रात इंटरनेशनल लेवल पर डेवलप हुए हालातों को देखें, तो इन 5 फैक्टर्स ने भी भारतीय शेयर बाजार की चाल पर असर डाला है. एक नजर में इन्हें भी देख लें…
अमेरिकी शेयर बाजार बुधवार को भारी लॉस में रहे. एसएंडपी 500 भी करीब 1 प्रतिशत की गिरावट का रुख लिए रहा. अमेरिका का ही डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज भी 234.21 अंक तक गिरगया. ये 34,763.45 अंक पर बंद हुआ.
अमेरिका में सबसे ज्यादा झटका टेक सेक्टर में देखने को मिला. नैस्डेक 1% से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुआ. एनवीडिया का शेयर 5.08% तक गिर गया.
एशिया के प्रमुख स्टॉक मार्केट में भी गिरावट का रुख रहा. जापान का निक्केई 1.7%, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.2% तक गिर गया. वहीं हांगकांग के हेंगशेंग इंडेक्स के भी नीचे रहने की उम्मीद है.
डॉलर इंडेक्स के हिसाब से अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले येन कमजोर पड़ा है. इसकी मजबूती ने ही सोमवार को शेयर बाजार को हिला कर रख देने में अहम भूमिका निभाई थी.
इसके अलावा ब्रेंट क्रूड ऑयल का प्राइस भी 0.27% बढ़कर 78.54 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया. जबकि यूएस वेस्ट टेक्सास क्रूड ऑयल का प्राइस 0.41 प्रतिशत चढ़कर 75.54 डॉलर प्रति बैरल हो गया है.