Sheikh Hasina ने मतदान के बीच की भारत की तारीफ, इतिहास की घटना को याद कर हिंदुस्तान को बताया भरोसेमंद दोस्त
बांग्लादेश में कड़ी सुरक्षा के बीच रविवार 7 जनवरी को शांतिपूर्ण तरीके से मतदान किया जा रहा है। मतदान की इस प्रक्रिया के बीच ही बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत की तारीफ करते हुए उसका आभार जताया है। वर्ष 1971 के मुक्ति संग्राम के दौरान भारत ने जिस तरह से बांग्लादेश की मदद की, उससे ही दोनों देशों के बीच मजबूत नींव रखी गई थी।
शेख हसीना ने एएनआई के साथ बातचीत में कहा कि हम खुशकिस्मत हैं कि हमारे पास भारत जैसा भरोसेमंद दोस्त है, जिसने मुक्ति संग्राम में भी हमारी मदद की थी। वर्ष 1975 के दौरान जब हमने अपना परिवार खोया था तब भारत ने हमें आश्रय दिया था। गौरतलब है कि वर्ष 1975 में शेख हसीना ने हिंसा में अपना परिवार खो दिया था, जिसके बाद उन्होंने भारत में शरण ली थी। भारत से बांग्लादेश लौटने के बाद उन्होंने अवामी लीग की जिम्मेदारी संभाली। वो तीन बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रह चुकी है। अब चौथी बार सत्ता में काबिज होने के बेहद नजदीक है।
गौरतलब है कि शेख हसीना लगातार चौथी बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री बनने की कगार पर है। उन्होंने रविवार को 12वें आम चुनाव के लिए ढाका सिटी कॉलेज मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला है। इस बार बांग्लादेश में चुनावों में विपक्षी पार्टियों ने चुनावों का बहिष्कार किया है। ऐसे में शेख हसीना का सत्ता में बरकरार रहना तय हो गया है।
रिपोर्ट की मानें तो आवामी लीग की अध्यक्ष शेख हसीना ने रविवार की सुबह आठ बजे मतदान केंद्र पहुंचकर अपनी बेटी साइमा वाजेद, बहन शेख रेहाना और भतीजे रादवान मुजीब सिद्दीकी के साथ मतदान किया था। जानकारी के मुताबिक 12वें आम चुनाव में शेख हसीना ढाका-10 निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता है। वर्तमान में वो गोपजगंज-3 निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरी है।
कड़ी सुरक्षा के बीच जारी मतदान
स्थानीय समयानुसार सुबह आठ बजे मतदान शुरू होने के बाद पहले दो घंटे में कई मतदान केंद्रों पर मतदान प्रतिशत बेहद कम रहा। मतदान शाम चार बजे तक जारी रहेगा। बांग्लादेश निर्वाचन आयुक्त अनिसुर रहमान ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि शाम तक मतदान प्रतिशत 50 फीसदी से कम नहीं रहेगा। देशभर में माहौल शांतिपूर्ण है।’’ देश के निर्वाचन आयोग के अनुसार, 42,000 से अधिक मतदान केंद्रों पर रविवार को हो रहे मतदान में कुल 11.96 करोड़ पंजीकृत मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
मतदान 300 निर्वाचन क्षेत्रों में से 299 सीट पर हो रहा है। एक उम्मीदवार के निधन के कारण एक सीट पर मतदान बाद में कराया जाएगा। चुनाव में 27 राजनीतिक दलों के 1,500 से अधिक उम्मीदवार मैदान में हैं और उनके अलावा 436 निर्दलीय उम्मीदवार भी हैं। भारत के तीन पर्यवेक्षकों समेत 100 से अधिक विदेशी पर्यवेक्षक 12वें आम चुनाव की निगरानी करेंगे। यह चुनाव कड़ी सुरक्षा के बीच कराया जा रहा है।