Sikkim Politics : SDF के एकमात्र विधायक सत्तारूढ़ SKM में हुए शामिल, CM तमांग को लेकर कही ये बात
Tenzing Norbu Lamtha Join SKM: सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (SDF) के एकमात्र विधायक तेनजिंग नोरबू लाम्था बुधवार को सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) में शामिल हो गए. लाम्था ने दावा किया कि मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के नेतृत्व वाली एसकेएम के पक्ष में भारी जनसमर्थन है. उनके एसकेएम में शामिल होने के बाद सिक्किम विधानसभा में विपक्ष खत्म हो गया है.
सिक्किम की सभी 32 विधानसभा सीटों पर अब अकेले एसकेएम पार्टी का कब्जा है. लाम्था ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने अपने क्षेत्रवासियों से सलाह ली और उन लोगों ने एसकेएम में शामिल होने का सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि राज्य में माहौल और जनसमर्थन सत्तारूढ़ पार्टी के पक्ष में है. लाम्था ने इस दौरान सीएम तमांग के नेतृत्व की सराहना भी की.
CM तमांग ने भी पोस्ट के जरिए दी जानकारी
उन्होंने कहा कि तमांग सरकार ने पिछले पांच वर्षों में राज्य के विकास और लोगों के कल्याण के लिए जबरदस्त काम किया है. इसलिए जनता ने सत्तारूढ़ पार्टी के प्रदर्शन को सराहते हुए भारी बहुमत दिया है. श्यारी विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक निर्वाचित हुए लाम्था ने दावा किया कि लोगों ने स्पष्ट संदेश दिया है. सिक्किम विधानसभा में और बाहर एसकेएम का विरोध करने की कोई आवश्यकता नहीं है.
ये भी पढ़ें- 7 राज्यों में 13 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव के लिए वोटिंग खत्म, जानिए किस सीट पर पड़े कितने वोट
इससे पहले सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने फेसबुक पर पोस्ट कर कहा, ‘मुझे आज अपने सरकारी आवास पर 23-स्यारी विधानसभा सीट के विधायक तेनजिंग नोरबू लाम्था से मिलकर बहुत खुशी हुई. वे आधिकारिक तौर पर हमारे एसकेएम परिवार में शामिल हो गए हैं. तमांग ने माना कि लाम्था ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के हितों से जुड़ी चिंताएं जाहिर की थीं. उन्होंने कहा कि एक व्यापक विकास योजना के हिस्से के रूप में अब इस निर्वाचन क्षेत्र की समस्याओं को हल किया जाएगा.
SKM में शामिल होने की अटकलें पहले से थीं
हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में लाम्था एसडीएफ के एकमात्र ऐसे नेता थे जिन्होंने जीत हासिल की. उन्होंने एसकेएम के वरिष्ठ नेता और शिक्षा मंत्री कुंगा नीमा लेप्चा को 1,314 मतों के अंतर से हराया था. दो जून को चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद से ही उनके एसकेएम में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं.
इस समय चुनाव के बाद जब उनसे भविष्य की योजनाओं के बारे में पूछा गया तो लाम्था ने कहा था, ‘मैं जनता से सलाह करने के बाद आगे कदम उठाऊंगा’. एसकेएम ने 32 सदस्यीय विधानसभा में 31 सीट पर जीत हासिल की थी जबकि विपक्षी एसडीएफ को सिर्फ एक सीट मिली थी.