भारत की मांग से फंसा पाकिस्तान, प्रत्यर्पण की बात पर साध ली चुप्पी, क्या हिंदुस्तान लाया जाएगा हाफिज सईद!
भारत सरकार ने आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान से 26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को भारत में प्रत्यर्पित करने और राष्ट्रीय जांच एजेंसियों (एनआईए) द्वारा लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के संस्थापक के खिलाफ दर्ज विभिन्न मामलों में मुकदमे का सामना करने का अनुरोध किया है। यह एक लेटर ऑफ रोगेटरी है जिसका पाकिस्तानी एजेंसियों ने जवाब नहीं दिया है। सूत्रों ने आगे कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत की किसी भी संभावना से पहले, इस्लामाबाद को नई दिल्ली के हाफिज सईद के प्रत्यर्पण अनुरोध का पालन करना होगा।
भारत ने 26/11 मुंबई हमलों के मुकदमे का सामना करने के लिए हाफिज सईद के प्रत्यर्पण की बार-बार मांग की है, लेकिन इस प्रक्रिया में जटिलता रही है क्योंकि दोनों देशों के बीच प्रत्यर्पण संधि नहीं है। पाकिस्तान की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। सिंह ने कहा कि भारत ने लगातार पाकिस्तान से पाकिस्तान में आरोपियों के खिलाफ मुकदमे के शीघ्र और सफल समापन के लिए कहा है। यह बता दिया गया है कि मुंबई आतंकी हमले की साजिश पाकिस्तान में हुई थी और इसलिए, ट्रायल कोर्ट में सभी आवश्यक सबूत पेश करना पाकिस्तान की जिम्मेदारी है। हाफिज सईद के एक नए राजनीतिक मोर्चे ने 8 फरवरी, 2024 को होने वाले देश के आम चुनावों के लिए पाकिस्तान भर में अधिकांश राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी हाफिज सईद कई आतंकी वित्त मामलों में कई वर्षों तक दोषी ठहराए जाने के बाद जुलाई 2019 से जेल में है। उन्हें 11 साल की सज़ा सुनाई गई। दिसंबर 2008 में उसी वर्ष 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के बाद उन्हें ‘अल-कायदा और आईएसआईएल पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रतिबंध समिति’ के तहत सूचीबद्ध किया गया था। सिर्फ भारत में ही नहीं, हाफिज सईद को संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा भी अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी के रूप में नामित किया गया है। अमेरिका ने उस पर 10 मिलियन डॉलर का इनाम रखा है।