बड़े काम के हैं छोटे से तिल, कुकिंग में लगा देंगे चार-चांद

बड़े काम के हैं छोटे से तिल, कुकिंग में लगा देंगे चार-चांद

तिल का नाम सुनते ही दिमाग में यह बात आ जाती है कि सर्दियों का आगाज हो गया है। सर्दियां आते ही बाजार तिल से बनी मिठाइयों जैसे गजक, चिक्की, रेवड़ी,लड्डू आदि से भर जाता है। मुझे आज भी याद है कि मेरे घर लखनऊ में सर्दियां शुरू होते ही मां तिल और गुड़ के लड्डू, बर्फी व पंजीरी आदि जरूर बनाती थीं। गजक, रेवड़ी तो बाजार से आती थी। प्रतिदिन दोपहर के भोजन व रात के खाने के बाद हमें ये सब खाने के लिए दिया जाता था और कहा जाता था कि इन्हें खाओ, शरीर भीतर से गर्म रहेगा और खाना भी पचेगा। जैसे-जैसे सर्दी बढ़ती है, आज भी उत्तर भारत के हर घर में तिल, लड्डू, रेवड़ी व गजक की आमद बढ़ती चली जाती है। मकर संक्रांति, जो 14 या 15 जनवरी को मनाई जाती है, उसको तिल का पर्याय कहा जा सकता है। मकर संक्रांति के दिन तिल का उपयोग सिर्फ खाने में ही नहीं बल्कि पूजा व अनुष्ठान आदि से भी किया जाता है। उत्तर भारत में तो मकर संक्रांति पर सुबह नहाने के पानी में तिल डालकर उस पानी से नहाकर, सफेद व काले तिल के लड्डू और खिचड़ी आदि दान करने की भी परंपरा भी है।

कैसे-कैसे तिल?
सामान्यत: तिल दो तरह के होते हैं, एक काले व दूसरे सफेद। काले तिल का इस्तेमाल पूजा-अनुष्ठानों में अधिकांशत: होता है और सफेद तिल का इस्तेमाल तरह-तरह के व्यंजनों में किया जाता है। तिल सामान्यत: सुपर फूड की श्रेणी में आता है और हमारी भारतीय रसोई में आसानी से उपलब्ध होता है। इसे अब कई तरीके से भोजन में इस्तेमाल किया जाने लगा है, क्योंकि इसमें तरह-तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं। आइए जानें कैसे कुकिंग में आप तिल का ज्यादा इस्तेमाल कर सकती हैं:

तिल का सेहत से नाता
• तिल दिल की सेहत के लिए अच्छा है क्योंकि इसमें मोनो अनसैचुरेटेड फैट पाया जाता है • यह पाचन संबंधी समस्याओं से बचाता है • मस्तिष्क के लिए फायदेमंद है • लिवर को स्वस्थ रखता है • इम्यून सिस्टम को स्वस्थ रखता है, साथ ही रक्तचाप को भी नियंत्रित करता है • इसके अलावा हड्डियां मजबूत करता है और दांतों के लिए भी फायदेमंद है क्योंकि इसमें ओमेगा 6 फैटी एसिड पाए जाते हैं ।

ऐसे करें इस्तेमाल
1 तिल के बीज का उपयोग मैं गुजराती खांडवी, ढोकला, मुठिया आदि में तड़का लगाने के लिए करती हूं।
2 आलू की सूखी सब्जी बनाते समय मैं थोड़े से सफेद तिल, साबुत लाल मिर्च और हींग को तड़के में डाल देती हूं, फिर मसाले आदि। आलू की सूखी सब्जी का ना सिर्फ स्वाद बेहतर होता है बल्कि एक साधारण-सी डिश भी देखने में सुंदर लगती है।
3 मूली की भुजिया, सेम-आलू की सूखी सब्जी या ब्रोकली की सब्जी में भी आप सफेद तिल का तड़का डाल सकती हैं।
4 सर्दियों के सलाद को आकर्षक बनाने के लिए गाजर, मूली, चुकंदर को फ्रेंच फ्राइज की तरह लंबा-लंबा काटें। अब थोड़े-से तेल में तिल भूनकर सलाद में ऊपर से डाल दें। ऐसा करने से सलाद की अच्छी-सी गार्निशिंग हो जाती है।
5 नान बनाने के लिए उत्तर भारत में तिल का उपयोग किया जाता है। तिल से नान में सोंधी खुशबू आती है। नान के लिए आटा गूंदते वक्त उसमें थोड़ा-सा काला तिल भी मिला दें। इससे नान का स्वाद दोगुना हो जाएगा।
6 मैं तिल के बीज व मूंगफली को अलग-अलग भूनकर दरदरा कूटकर एयरटाइट डिब्बे में रखती हूं। इसका इस्तेमाल मैं सलाद आदि के गार्निशिंग में करती हूं। इससे ना सिर्फ डिश की खूबसूरती बढ़ती है बल्कि स्वाद में भी इजाफा होता है।
7 तिल से ग्रेवी वाली सब्जी बनाने के लिए प्याज, टमाटर, अदरक और हरी मिर्च को काटकर भून लें। मसाले, नमक और समान मात्रा में तिल और मूंगफली को दरदरा कूटकर मिला दें। पानी डालकर मध्यम आंच पर ग्रेवी के गाढ़े होने तक पकाएं।
8 तिल के बीजों को भूनकर उसमें भुनी सौंफ, छोटी इलायची के बीज व मिश्री के क्यूब्स मिला दें। स्वादिष्ट और सेहतमंद माउथ फ्रेशनर तैयार है।
9 सफेद तिल, सूखा नारियल, जीरा, कश्मीरी लाल मिर्च और नमक आदि डालकर पाउडर बनाएं और स्टोर करें। तिल चटनी पाउडर तैयार है।

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