महाराष्ट्र में हो सकता है सियासी उलटफेर, राज ठाकरे के NDA के साथ जाने की अटकलें तेज
आगामी लोकसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में सत्ता पक्ष और विपक्ष ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. बीजेपी की अगुवाई वाला सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन फिर से सत्ता में वापसी की रणनीति बना रहा है. विपक्षी दलों द्वारा बनाया गया इंडिया गठबंधन मोदी सरकार को हराना चाहता है. इसलिए दोनों तरफ से जोरदार हलचल देखने को मिल रही है. महाराष्ट्र की सबसे चर्चित पार्टी और मराठी लोगों के मुद्दों के लिए लड़ने वाले प्रभावी नेता के रूप में जाने जाने वाले मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे इस चुनाव में किसका पक्ष लेंगे? ये एक बड़ा सवाल है.
राज ठाकरे ने हाल ही में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच लंबी चर्चा हुई. सामने आया है कि इन नेताओं के बीच इस बात पर चर्चा हुई कि महाराष्ट्र में राम मंदिर के उद्घाटन का जश्न कैसे मनाया जाए. इस बीच सत्ताधारी पार्टियों के नेताओं की ओर से परोक्ष रूप से राज ठाकरे को अपने साथ आने की पेशकश करने वाले बयान आ रहे हैं. इसलिए चर्चा है कि राज ठाकरे को महागठबंधन में लाने के लिए कोई मजबूत कदम नहीं उठाए जा रहे हैं.
राज ठाकरे के स्वागत के लिए शिंदे गुट के नेता तैयार
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी के दो बड़े नेताओं ने राज ठाकरे को लेकर अहम बयान दिया है. इन नेताओं ने राज ठाकरे और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मुलाकात पर प्रतिक्रिया दी है. मंत्री शंभुराज देसाई ने कहा है कि हम राज ठाकरे का स्वागत करने के लिए तैयार हैं.
दिलचस्प बात यह है कि बीजेपी, जो इस समय राज्य और देश की सबसे बड़ी पार्टी है, के बड़े नेता गिरीश महाजन ने राज ठाकरे को लेकर एक अहम बयान दिया है. उन्होंने राज ठाकरे को समान विचारधारा वाला बताया है. उन्होंने कहा, अगर वे आ रहे हैं, तो किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए. आलोचना वहीं करनी चाहिए जहां गलतियां हों. हम समान विचारधारा वाले हैं.
राज ठाकरे महागठबंधन के लिए अहम हैं. क्योंकि राज ठाकरे एक प्रभावशाली व्यक्तित्व हैं. युवाओं के बीच इनका क्रेज है. अगर राज ठाकरे हिंदुत्व के मुद्दे पर महागठबंधन में शामिल होते हैं तो सत्ताधारी पार्टियों की ताकत बढ़ जाएगी.