हिमाचल में सुक्खू ही रहेंगे ‘सरकार’, ऑब्जर्वर बोले- सुलझ गया मामला, बदलाव का सवाल ही नहीं
हिमाचल प्रदेश में बगावत, सियासी ड्रामा, प्रेशर पॉलिटिक्स का खेल अब थमता नजर आ रहा है. हिमाचल कांग्रेस और सरकार के बीच चल रही अंर्तकलह का निपटारा कर लिया गया है. तय किया गया है कि फिलहाल सुखविंदर सिंह सुक्खू सीएम बने रहेंगे. पर्यवेक्षकों ने बताया कि सरकार में कोई बदलाव नहीं होगा. एक 6 सदस्यों की कोआर्डिनेशन कमेटी बनेगी, जिसमें सीएम, डिप्टी सीएम, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के साथ तीन मेंबर आलाकमान के होंगे. संगठन और सरकार के आपसी विवाद इसी कमेटी के जरिए सुलझाए जाएंगे.
हिमाचल में सरकार और संगठन के बीच चल रहा मामला सुलझने के बाद मीडिया से बातचीत में डीके शिवकुमार ने कहा कि प्रदेश से अभिषेक मनु सिंघवी का राज्यसभा चुनाव हारने का हमें खेद है. उन्होंने दावा किया कि हिमाचल प्रदेश में अब सब कुछ ठीक है, किसी तरह की समस्या नहीं है. मुख्यमंत्री सबको साथ लेकर चलेंगे. अब कोई समस्या नहीं है. बगावत करने वाले विधायक भी जो वापस आना चाहते हैं उनका स्वागत है.
अफसोस है कि हमने पक्की सीट खो दी : हुड्डा
हिमाचल प्रदेश के पर्यवेक्षक बनाए गए हरियाणा के पूर्व सीएम भूपिंदर हुड्डा ने कहा कि पार्टी को अफसोस है कि एक पक्की सीट खो दी, फिलहाल सब ठीक है विधायकों से बात कर ली है, लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगे. हिमाचल में पांच साल कांग्रेस की सरकार चलेगी, सीएम सुक्खू ही रहेंगे. विधायकों की सदस्यता रद्द करने का फैसला स्पीकर का है, इसमें हमारा कोई दखल नहीं है. कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रतिभा सिंह ने कहा कि पार्टी पहले भी मजबूत थी, आज भी है और आगे भी रहेगी. राज्यसभा सीट न जीत पाने का दुख है, लेकिन हमें मनोबल बढ़ाकर लोकसभा चुनाव में उतरना है. पार्टी एकजुट है और सभी मुद्दों को सुलझा लिया गया है.