Stree 2 Exclusive: कौन है श्रद्धा कपूर की नाक में दम करने वाला सिरकटा? उठा बड़े राज से पर्दा
‘स्त्री 2’ रिलीज होने के बाद से ही हर किसी को सिरकटे की तलाश है. पूरा देश जानना चाहता है कि स्त्री के साथ पंगा लेने वाला ये सिरकटा आखिर है कौन? लेकिन अब तक न ही मेकर्स ने इस बात का खुलासा किया है और न ही फिल्म के एक्टर्स ने, लेकिन हम हैं ना. टीवी9 हिंदी डिजिटल के प्लेटफार्म पर हम आपके साथ सबसे पहले सिरकटे का राज खोलने जा रहे हैं. सूत्रों से मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक, ‘स्त्री 2’ में जिस सिरकटे के साथ शूट किया गया है, वो चेहरा असली चेहरा नहीं बल्कि प्रोस्थेटिक मेकअप आर्टिस्ट की टीम का बनाया हुआ एक चेहरा है.
जी हां, हमें मिली जानकारी के मुताबिक मेकर्स ने सिरकटा का स्केच बनाया और ये स्केच बनाने के बाद एक ऐसे इंसान के तलाश की गई, जिसका चेहरा सिरकटा के वीएफएक्स वर्जन के लिए इस्तेमाल किया जाए. फिर क्या था एक स्पोर्ट्समैन की प्रोफाइल इस सिरकटे से मैच हो रही थी. उन्हें बुलाकर उनके चेहरे की मदद से एक प्रोस्थेटिक चेहरा बनाया गया और फिर इस चेहरे को सिरकटे के लुक में तैयार किया गया. यानी इस प्रोस्थेटिक चेहरे के साथ वीएफएक्स और सीजीआई के सही इस्तेमाल से सिरकटा जैसा दानव फिल्म के लिए बनाया गया.
इस व्यक्ति से प्रेरित है सिरकटे का चेहरा
जी हां, जिस सिरकटे का इंतजार हर किसी को था, वो तो एक प्रोस्थेटिक और सीजीआई का बना चेहरा निकला. लेकिन इसे बनाने के लिए कईयों की मेहनत भी लगी है. एक इंसान के चेहरा का इस्तेमाल करते हुए 3 -4 मेकअप आर्टिस्ट की टीम ने उसके प्रोस्थेटिक फेस पर काम किया और फिर उसे तराशकर उससे एक दानव का चेहरा बनाया गया. फिर उस दानव के साथ शूटिंग करने के बाद इसपर वीएफएक्स और सीजीआई के इस्तेमाल से उस चेहरे को इतना डरावना बनाया गया कि उसे देखकर थिएटर में लोगों की चीख निकल जाए. हालांकि अब तक सिरकटा के इंसान से दानव बनने के इस ट्रांजिशन के बारे में स्त्री की टीम की तरफ कोई भी खुलासा नहीं किया गया है.
हॉरर फिल्मों में होता है प्रोस्थेटिक मेकअप का इस्तेमाल
स्त्री 2 से पहले मेकअप आर्टिस्ट आतिश और उनकी टीम ने ‘मुंज्या’ और ‘ककुदा’ पर भी काम किया है. ‘मुंज्या’ में उन्होंने शरवरी वाघ के लिए प्रोस्थेटिक बनाए थे और ककुदा का किरदार निभाने वाले महेश जाधव के लुक पर उन्होंने काम किया था. दरअसल हॉरर कॉमेडी में हमेशा प्रोस्थेटिक का इस्तेमाल किया जाता है. वीएफएक्स और सीजीआई जैसे कई तकनीक के आने के बावजूद अपना आर्टवर्क असरदार बनाने के लिए मेकर्स ज्यादातर समय ट्रेडिशनल प्रोस्थेटिक का ही इस्तेमाल करते हैं.
कैमरा के पीछे काम करने वाले असली हीरो
स्त्री 2 के रिव्यू में मैंने लिखा था कि इस फिल्म का असली हीरो सिरकटा है, क्योंकि उसके आतंक की वजह से ये फिल्म धूम मचा रही है. लेकिन फिल्मों में अक्सर ऐसा होता है कि कैमरा के पीछे काम करने वालों का उनका सही श्रेय नहीं दिया जाता. एक फिल्म में लगभग 200 से 300 लोग काम करते हैं, जिनमें मेकअप आर्टिस्ट से लेकर स्पॉट बॉय, वीएफएक्स, स्टाइलिस्ट, क्रिएटिव डायरेक्टर जैसे कई लोग शामिल होते हैं. इन में से कोई एक भी न हो तो फिल्म बननी मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है.