T20 वर्ल्ड कप में अब दिखेंगी ज्यादा टीमें, ICC ने लिया जबरदस्त फैसला
अमेरिका और वेस्टइंडीज में टी20 वर्ल्ड कप 2024 के रोमांच के बाद आईसीसी ने अब एक बड़ा ऐलान किया है. ये ऐलान है आने वाले वर्ल्ड कप में टीमों की संख्या को लेकर. जून में हुए इस वर्ल्ड कप में कुल 20 टीमों ने हिस्सा लिया था. मेंस टी20 वर्ल्ड कप के इतिहास में पहली बार इतनी टीमें टूर्नामेंट का हिस्सा बनी थीं. इसको देखते हुए अब आईसीसी ने महिला टी20 वर्ल्ड कप के दायरे को भी बढ़ाने का फैसला किया है और आने वाले टूर्नामेंट ये बढ़कर 16 तक पहुंच जाएगी. टी20 क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता और नए-नए देशों की टीमों के प्रदर्शन में हो रहे सुधार को देखते हुए आईसीसी ने ये फैसला लिया है.
2030 तक बढ़ेगी टीमों की संख्या
श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में शनिवार और रविवार को आईसीसी की वार्षिक कॉन्फ्रेंस हुई, जिसमें बोर्ड मीटिंग के अलावा वार्षिक आम बैठक (एजीएम) भी हुई. इस मीटिंग में आईसीसी के सभी सदस्य बोर्ड के अधिकारी मौजूद थे और इस दौरान कुछ अहम मुद्दों पर फैसले हुए, जिसमें महिला टी20 वर्ल्ड कप में टीमों की संख्या बढ़ाना सबसे अहम था. पुरुष और महिला क्रिकेट में समानता को बढ़ावा देने की अपनी मुहिम के तहत आईसीसी ने ये फैसला किया.
इंटरनेशनल काउंसिल की ओर से जारी प्रेस रिलीज में बताया गया कि धीरे-धीरे टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाली टीमों की संख्या में इजाफा किया जाएगा. इस साल अक्टूबर में बांग्लादेश में टूर्नामेंट का आयोजन होना है, जो 10 टीमों के साथ खेला जाएगा, जो 2016 से चला आ रहा है. इसके बाद 2026 में होने वाले टूर्नामेंट में ये संख्या 12 तक बढ़ेगी और फिर 2030 तक इसे 16 कर लिया जाएगा. कुल मिलाकर ज्यादा से ज्यादा देशों को वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने का मौका आने वाले सालों में मिलने वाला है.
चैंपियंस ट्रॉफी पर नहीं हुई चर्चा
वहीं तमाम अटकलों के बावजूद इस मीटिंग में चैंपियंस ट्रॉफी पर कोई चर्चा नहीं हुई. पाकिस्तान में अगले साल चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन होना है, जिसके लिए 6 टीमों ने तो पाकिस्तान जाने के लिए सहमति दे दी है लेकिन टीम इंडिया के जाने को लेकर स्थिति साफ नहीं है. भारत सरकार ने पिछले साल भी एशिया कप के लिए टीम इंडिया को पाकिस्तान जाने की इजाजत नहीं दी थी और वही स्थिति इस बार भी बरकरार रहने की संभावना दिख रही है. ऐसे में टूर्नामेंट के हाइब्रिड मोड में खेले जाने की संभावना है लेकिन फिलहाल आईसीसी की मीटिंग में इस मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई. इसमें सिर्फ टूर्नामेंट का बजट पास हुआ.