T20 World Cup: हार्दिक पंड्या हैं टीम इंडिया में नंबर-1, जसप्रीत बुमराह भी पीछे रह गए
टीम इंडिया ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 में जबरदस्त प्रदर्शन किया है और बिना किसी खास परेशानी के दूसरे राउंड में जगह बनाई है. टीम इंडिया के इस दमदार खेल की बड़ी वजह है टीम की घातक गेंदबाजी, जिसने हर टीम की नाक में दम किया है. इस बॉलिंग के स्टार तो जसप्रीत बुमराह ही साबित हुए हैं, जिनकी गेंदों का जवाब किसी भी टीम के बल्लेबाजों के पास नहीं है. बुमराह तो लाजवाब हैं ही, उन्हें स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या का भी अच्छा साथ मिला है. हैरानी की बात तो ये है कि पंड्या इस वक्त विकेट के अलावा ‘डॉट बॉल्स’ के मामले में सबसे आगे हैं.
ये पढ़ने में चौंकाने वाला लग सकता है लेकिन ग्रुप स्टेज के बाद की सच्चाई यही है. टूर्नामेंट शुरू होने से पहले आईपीएल 2024 में हार्दिक पंड्या की फॉर्म सवालों के घेरे में थी. बैटिंग में भी वो नाकाम साबित हो रहे थे और बॉलिंग में भी जमकर पिटाई हो रही थी. ऐसे में बड़ी चिंता यही थी कि क्या वो वर्ल्ड कप में भी ऐसे ही साबित होंगे या कुछ सुधार कर पाएंगे. टीम इंडिया के 3 मैच गवाह हैं कि हार्दिक ने इस मोर्चे पर सबको गलत साबित कर दिया.
विकेट और डॉट बॉल्स में सबसे आगे
हार्दिक ने ग्रुप स्टेज के हर मैच में टीम इंडिया को सफलता दिलाई. पहले मैच में उन्होंने 27 रन देकर 3 विकेट लिए. फिर पाकिस्तान के खिलाफ 24 रन देकर 2 विकेट और अमेरिका के खिलाफ 14 रन देकर 2 विकेट हासिल किए. इस तरह 3 मैचों में वो 7 विकेट ले चुके हैं, जो फिलहाल टूर्नामेंट में टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा हैं. वहीं जसप्रीत बुमराह ने 3 मैचों में 5 विकेट झटके हैं.
विकेट से भी ज्यादा चौंकाने वाला आंकड़ा है डॉट बॉल्स का, यानी जिन गेंदों पर कोई रन नहीं बने. हार्दिक पंड्या ने कुल 12 ओवर की गेंदबाजी की है, जिसमें उन्होंने 5.41 की औसत से 65 रन खर्चे हैं. इन 12 ओवरों में हार्दिक की 44 गेंदों में कोई भी रन नहीं बना. वहीं बुमराह ने 11 ओवरों में 4.09 की इकॉनमी से सिर्फ 45 रन खर्चे हैं. उनकी 66 गेंदों में से 42 में कोई रन नहीं बना.
आंकड़ों का मकसद तुलना नहीं
इन आंकड़ों का ये मतलब नहीं है कि हार्दिक ज्यादा असरदार रहे हैं या बुमराह की गेंदबाजी में वो धार नहीं है. बल्कि ये आंकड़े बताते हैं कि बुमराह ने तेज गेंदबाजी का जितना अच्छा नेतृतच्व किया है, उतना ही अच्छा सपोर्ट उन्हें हार्दिक से भी मिला है, जिनकी फॉर्म सवालों के घेरे में थी. अगर ये दोनों ही स्टार गेंद से ऐसा ही कमाल सुपर-8 में भी दिखाते हैं तो टीम इंडिया को सेमीफाइनल से कोई नहीं रोक सकता है और फिर अगला लक्ष्य तो खिताब ही है.