T20 World Cup: ICC ने केवल 5 महीने में कैसे न्यूयॉर्क में बना दिया स्टेडियम, जहां भिड़ेंगे भारत-पाकिस्तान?
आईसीसी ने नवंबर 2021 में टी20 वर्ल्ड कप के लिए वेस्टइंडीज के साथ अमेरिका को भी मेजबान बनाने का ऐलान किया था. उस वक्त अमेरिका में इतने बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी के लिए पर्याप्त स्टेडियम मौजूद नहीं थे. अमेरिका में केवल दो वेन्यू थे और आईसीसी को किसी तीसरे वेन्यू की तलाश थी, जिसके लिए न्यूयॉर्क को चुना गया. इसमें पहले से दो वेन्यू फ्लोरिडा और टेक्सस के डलास स्टेडियम में कई टी20 मैच खेले जा चुके हैं लेकिन न्यूयॉर्क में पहली बार कोई मैच खेला जाएगा. तीसरे वेन्यू के तौर पर नैसो काउंटी के आइजनहावर पार्क में बने इस स्टेडियम को तैयार करने का सफर आईसीसी के लिए इतना आसान नहीं था. कई चुनौतियों के बावजूद लॉन्ग आइलैंड पर मौजूद इस स्टेडियम को आईसीसी ने पांच महीने के भीतर तैयार कर दिया.
क्या रहीं ICC की चुनौतियां?
ICC ने वैसे तो नैसो काउंटी के स्टेडियम को पांच महीने में तैयार किया है लेकिन इसकी तैयारियां 2 साल पहले ही शुरू हो चुकी थीं. स्टेडियम बनाने से पहले बड़ी चुनौती एक अच्छा वेन्यू चुनने को लेकर थी. 2022 में इसकी प्रक्रिया शुरू हुई और इस काम के लिए डॉन लॉकरबी को चुना गया. न्यूयॉर्क के ही रहने वाले लॉकरबी टी20 वर्ल्ड कप वेन्यू डेवलपमेंट ऑफिसर हैं. इससे पहले वो 2007 में वनडे वर्ल्ड कप में भी इस भूमिका में रह चुके हैं और उन्हें 1994 के फीफा वर्ल्ड कप में काम करने के अनुभव है. उन्होंने कई वेन्यू को शॉर्टलिस्ट कर आईसीसी को भेजा लेकिन वो सभी रिजेक्ट हो गईं. वहीं कुछ जगहों पर लोकल लोगों ने प्रोजेक्ट पर आपत्ति जताकर विरोध किया. समय निकलता जा रहा था लेकिन वेन्यू नहीं मिल रही थी.
हालांकि, आईसीसी ने लॉकरबी को दो वैन्यू चुनने का काम दिया था लेकिन उन्होंने समय की कमी को देखते हुए एक बड़े और सभी सुविधाओं से लैस स्टेडियम बनाने का सुझाव दिया. आईसीसी ने उनकी ये बात मान ली लेकिन पिच की तैयार करने की समस्या अभी भी बनी हुई थी. इससे वेन्यू को भी चुनने में देरी हो रही थी. अंत में जून 2023 में समाधान के तौर पर ड्रॉप-इन पिच यानी बाहर से लाई गई पिचों के इस्तेमाल पर सहमति बनी और अगस्त 2023 में आईसीसी ने लॉन्ग आईलैंड पर मौजूद नैसो काउंटी के आइजनहावर पार्क के लिए प्रपोजल रखा और नवंबर में 8 मैचों की मेजबानी के लिए कॉन्ट्रेक्ट साइन किया गया. इस बीच आईसीसी ने ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड में पिचों को तैयार करना शुरू कर दिया था, जिसे बनने में लगभग 4 महीने का समय लगा.
5 महीने में पूरा हुआ स्टेडियम का काम
कॉन्ट्रैक्ट साइन होने के बाद आइजनहावर पार्क के खाली जगह पर 34 हजार की क्षमता वाले स्टेडियम को तैयार करने के लिए केवल 6 महीने बचे थे. इसके बाद काम शुरू होने में और एक महीने लग गया. आईसीसी ने 8 जनवरी 2024 से साइट पर काम शुरू किया, वहीं 18 जनवरी से कंस्ट्रक्शन भी होने लगा. अब 5 महीने के भीतर मई के अंतिम सप्ताह में वॉर्म अप मैच शुरू होने से पहले इसे तैयार कर लेना था. इस बीच स्टेडियम का काम जारी रहा. स्टेडियम तैयार होते ही एडिलेड से 10 पिचें तैयार होकर आइजनहावर पार्क स्टेडियम पहुंच गईं. इन 10 पिचों में 4 को मुख्य मैच के लिए फिट किया गया, वहीं 6 को प्रैक्टिस एरिया में फिट किया गया. इस तरह लॉकरबी की निगरानी में आईसीसी ने दिन-रात एक कर इस नामुमकिन काम को 5 महीने में ही से पूरा कर लिया.