ताजमहल जैसे दिखने वाले इस मकबरे को कब्जे में लेगा ASI, जानें औरंगजेब ने किसके लिए बनवाया था यह
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) स्मारक को नया रूप देने के लिए छत्रपति संभाजीनगर में बीबी का मकबरा की मीनारों पर पलस्तर का काम करेगा, एएसआई के अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. एएसआई अधिकारी ने कहा कि काम अप्रैल के बाद शुरू होगा और पूरा होने में छह से 12 महीने लग सकते हैं.
17वीं सदी का यह स्मारक, जो आगरा के ताज महल जैसा दिखता है, खाम नदी के पास सम्राट औरंगजेब की पहली पत्नी दिलरास बानू बेगम के लिए बनाया गया था. अधिकारी ने कहा, चारों मीनारों में से प्रत्येक लगभग 31 मीटर लंबा है और ये पिछले कुछ वर्षों में काले पड़ गए हैं और कुछ स्थानों पर प्लास्टर ढीला हो गया है. उन्होंने कहा कि मीनारों को साफ किया जाएगा और रिसाव की जांच की जाएगी. जहां भी आवश्यक होगा वहां प्लास्टरिंग का काम किया जाएगा. उन्होंने कहा कि लागत अनुमान तैयार किया जा रहा है और इसे अंतिम मंजूरी के लिए भेजा जाएगा.
भारत का दूसरा ताजमहल
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में भी एक ताजमहल है जिसे वहां बीबी का मकबरा के नाम से जाना जाता है. इसे भारत में दूसरा ताजमहल भी कहा जाता है. क्योंकि इसकी बनावट लगभग मूल ताजमहल जैसी ही है. शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज के लिए आगरा में ताजमहल बनवाया था, जिसे देखा देखी औरंगजेब के बेटे और शाहजहां के पोते आजम शाह ने ताजमहल से प्रेरित होकर अपनी मां दिलरास बानो बेगम की याद में बीबी का मकबरा बनवाया. इसका निर्माण 1651 से 1661 ईसवीं के बीच करवाया गया था.