पता बदल रहा है, लेकिन…; CM आवास से विदाई के वक्त शिवराज ने दिया ‘वचन’
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान ने सीएम आवास खाली कर दिया है। डेढ़ दशक से अधिक समय तक (बीच में करीब 15 महीने छोड़कर) मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे शिवराज को पार्टी ने इस बार ऐतिहासिक जीत के बावजूद पदमुक्त कर दिया है। शिवराज को संगठन में नई जिम्मेदारी देने की चर्चा है। पार्टी ने उनकी जगह अब मोहन यादव को नया मुख्यमंत्री बनाया है।
सीएम आवास से निकलते हुए शिवराज ने कहा कि उनका पता जरूर बदल रहा है, लेकिन उनके घर के दरवाजे हमेशा खुले रहेंगे। सीएम आवास में पहले पूजा और फिर कर्मचारियों से मुलाकात करते हुए उन्होंने विदाई ली। खुद को प्रदेश का मामा कहने वाले शिवराज ने अपने नए बंगले का पता भी बताया और कहा कि जब भी किसी को मदद की जरूरत हो, जरूर आए।
शिवराज ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर विदाई की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, ‘मेरे प्यारे भाइयों और बहनों नमस्कार, मैं आज मुख्यमंत्री निवास से विदा ले रहा हूं, यह निवास के साथ-साथ मेरी कर्मस्थली भी रहा है। आज पता बदल रहा है, लेकिन आपके भैया, आपके मामा के दरवाजे हमेशा आपके लिए खुले रहेंगे। जनसेवा का यह संकल्प मेरे नए पते B-8, 74 बंगले से भी जारी रहेगा। जब भी आपको अपने भैया, अपने मामा की सहायता की जरूरत हो, आप बेहिचक घर पधारिए। मैं आपकी सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ूंगा, यह मैं आपको वचन देता हूं।’
मेरे प्यारे भाइयों और बहनों नमस्कार,
मैं आज मुख्यमंत्री निवास से विदा ले रहा हूं, यह निवास के साथ-साथ मेरी कर्मस्थली भी रहा है। आज पता बदल रहा है, लेकिन आपके भैया, आपके मामा के दरवाजे हमेशा आपके लिए खुले रहेंगे।जनसेवा का यह संकल्प मेरे नये पते B-8, 74 बंगले से भी जारी रहेगा।… pic.twitter.com/afASPJ90wG
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 27, 2023
मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी से मुक्ति के बाद शिवराज सिंह चौहान की क्या भूमिका होगी यह अभी साफ नहीं है। पिछले दिनों उन्होंने दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। अटकलें हैं कि शिवराज को संगठन में कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। हालांकि, शिवराज यह तो कहते हैं कि पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी उसे वह स्वीकार करेंगे, लेकिन मध्य प्रदेश की जनता से वह साथ बने रहने का वादा भी कर रहे हैं। पदमुक्ति के बाद कई जगह शिवराज को लेकर महिलाएं रोतीं नजर आईं, जिनके लिए उन्होंने लाडली बहना जैसी योजना चलाई।