विश्व क्रिकेट का वह गेंदबाज जिसने अपने आखिरी टेस्ट मैच में बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड और हो गया टीम से बाहर

क्रिकेट के मैदान पर कभी-कभी कुछ ऐसे कारनामें होते हैं जो आपको हिला कर रख देते हैं. उसपर यकीन करना मुश्किल हो जाता है. यही कारण है कि क्रिकेट को अनिश्चित्ताओं का खेल माना जाता है. ऐसा ही कारनामा एक ऐसे गेंदबाज ने अपने करियर के आखिरी टेस्ट में किया था जिसे जानकर आप चौंक जाएंगे. दरअसल, आस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जेसन गिलेस्पी ने अपने आखिरी टेस्ट मैच में गेंद से नहीं बल्कि बल्ले से एक ऐसा विश्व रिकॉर्ड बनाया जो आजतक नहीं टूटा है और लगभग नामुमकिन है. दरअसल, अपने टेस्ट करियर के आखिरी टेस्ट मैच में बांग्लादेश के खिलाफ मैच में जेसन गिलेस्पी ने बतौर बल्लेबाज दोहरा शतक जमाया था. उनका यह दोहरा शतक नाइटवाचमैन बल्लेबाज (Most runs in an innings by a nightwatchman) के तौर पर आया था. नाइटवाचमैन बल्लेबाज के तौर पर जेसन गिलेस्पी के द्वारा बनाया गया नाबाद 201 रन सबसे बड़ी पारी है जो एक विश्व रिकॉर्ड है.

साल 2006 में बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव टेस्ट गिलेस्पी के करियर का आखिरी टेस्ट मैच साबित हुआ.. बांग्लादेश के कप्तान हबीबुल बशर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. पहले खेलते हुए बांग्लादेश ने पहली पारी में 197 रन बनाए जिसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम बल्लेबाजी करने मैदान पर उतरी. बता दें कि पहले दिन का खेल खत्म ही होने वाला था, तभी मैथ्यू हेडेन 29 रन बनाकर आउट हो गए. ऐसे में कंगारू कप्तान रिकी पोंटिंग ने नाइटवाचमैन के तौर पर जेसन गिलेस्पी को बल्लेबाजी के लिए भेजा. पहले दिन का खेल खत्म हुआ तो ऑस्ट्रेलिया ने 1 विकेट पर 76 रन बना लिए थे. क्रीज पर फिल जैक्स 38 और गिलेस्पी 5 रन बनाकर नाबाद थे.

अगले दो दिन क्रीज पर छाए गिलेस्पी और बना दिया विश्व रिकॉर्ड

जेसन गिलेस्पी पहले दिन आखिर में बल्लेबाजी करने आए थे. लेकिन इसके बाद अगले दो दिनों तक क्रीज पर छाए रहे. उन्होंने पहले शतक पूरा किया, फिर 150 और दोहरा शतक जमाकर इतिहास रच दिया .गिलेस्पी जहां नाइटवाचमैन के तौर पर सिर्फ विकल्प के तौर पर बैटिंग के लिए भेजे गए थे, उन्होंने 201 रनों की नाबाद पारी खेलकर विश्व क्रिकेट को चौंका दिया था. बांग्लादेश ही नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग ने सोचा भी नहीं होगा कि जो दांव उन्होंने नाइटवाचमैन के तौर पर गिलेस्पी को भेजकर खेला है,वह दांव एकदम से ऐतिहासिक बन जाएगा.

गिलेस्पी टेस्ट में नाइटवाचमैन के तौर पर दोहरा शतक जमाने वाले पहले बल्लेबाज हैं. आस्ट्रेलिया की पहली पारी में उन्होंने 425 गेंद पर नाबाद 201 रन की पारी खेली जिसमें 26 चौके और 2 छक्के भी लगाए. गिलेस्पी ने माइकल हसी के साथ मिलकर रिकॉर्ड 320 रनों की साझेदारी चौथे विकेट के लिए की थी. माइकल हसी ने 182 रन बनाए थे. ऑस्ट्रेलिया का तीसरा विके 210 रन पर गिरा था. इसके बाद 530 रन पर ऑस्ट्रेलिया को चौथा झटका माइकल हसी के रूप में लगा था. ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 581 रन बनाकर पारी की घोषणा कर दी थी.

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