लोगों पर खूब चला इस कंपनी का ब्लैक मैजिक! पूरे साल जमकर बिकी इसकी गाड़ियां, नाम सुनकर ही खरीद लिया
2023 खत्म हुए अब लगभग महीनाभर पूरा होने को है। ऐसे में 2023 में गाड़ियों की सेल्स का आंकड़ा कैसा रहा, इस बात का डेटा सामने आने लगा है। बीते साल कार कंपनियों की सेल्स कैसी रही और किन कंपनियों का दबदबा देखने को मिला, इस बात के आंकड़े सामने आ गए हैं। हम यहां देश में पिछले साल सबसे ज्यादा कार बेचने वाली टॉप-14 कंपनियों के बारे में बता रहे हैं। इन कंपनियों की सेल्स की तुलना 2022 से की गई है। ऐसे में इन 14 कंपनियों में से 9 को ही ईयरली बेसिस पर ग्रोथ मिली है। खासकर महिंद्रा और टोयोटा की गाड़ियों की डिमांड ज्यादा देखने को मिली।
बात करें CY 2023 की तो मारुति ने 17,07,668 गाड़ियां बेचीं। जबकि CY 2022 में ये आंकड़ा 15,76,025 यूनिट का था। यानी मारुति ने बीते साल 1,31,643 गाड़ियां ज्यादा बेचीं। उसे 8.35% की ईयरली ग्रोथ मिली। CY 2023 में हुंडई ने 6,02,111 गाड़ियां बेचीं। जबकि CY 2022 में ये आंकड़ा 5,52,511 यूनिट का था। यानी हुंडई ने बीते साल 49,600 गाड़ियां ज्यादा बेचीं। उसे 8.98% की ईयरली ग्रोथ मिली। CY 2023 में टाटा ने 5,50,871 गाड़ियां बेचीं। जबकि CY 2022 में ये आंकड़ा 5,26,798 यूनिट का था। यानी उसने बीते साल 24,073 गाड़ियां ज्यादा बेचीं। उसे 4.57% की ईयरली ग्रोथ मिली।
CY 2023 में महिंद्रा ने 4,32,876 गाड़ियां बेचीं। जबकि CY 2022 में ये आंकड़ा 3,35,088 यूनिट का था। यानी महिंद्रा ने बीते साल 97,788 गाड़ियां ज्यादा बेचीं। उसे 29.18% की ईयरली ग्रोथ मिली। CY 2023 में किआ ने 2,55,000 गाड़ियां बेचीं। जबकि CY 2022 में ये आंकड़ा 2,54,556 यूनिट का था। यानी किआ ने बीते साल 444 गाड़ियां ज्यादा बेचीं। उसे 0.17% की ईयरली ग्रोथ मिली। CY 2023 में टोयोटा ने 2,21,356 गाड़ियां बेचीं। जबकि CY 2022 में ये आंकड़ा 1,60,357 यूनिट का था। यानी टोयोटा ने बीते साल 60,999 गाड़ियां ज्यादा बेचीं। उसे 38.04% की ईयरली ग्रोथ मिली।
CY 2023 में होंडा ने 84,286 गाड़ियां बेचीं। जबकि CY 2022 में ये आंकड़ा 95,022 यूनिट का था। यानी होंडा ने बीते साल 10,736 गाड़ियां कम बेचीं। उसे 11.30% की ईयरली डिग्रोथ मिली। CY 2023 में MG ने 56,902 गाड़ियां बेचीं। जबकि CY 2022 में ये आंकड़ा 48,063 यूनिट का था। यानी MG ने बीते साल 8,839 गाड़ियां ज्यादा बेचीं। उसे 18.39% की ईयरली ग्रोथ मिली। CY 2023 में स्कोडा ने 48,755 गाड़ियां बेचीं। जबकि CY 2022 में ये आंकड़ा 53,721 यूनिट का था। यानी स्कोडा ने बीते साल 4,966 गाड़ियां कम बेचीं। उसे 9.24% की ईयरली डिग्रोथ मिली।
CY 2023 में रेनो ने 48,321 गाड़ियां बेचीं। जबकि CY 2022 में ये आंकड़ा 81,042 यूनिट का था। यानी रेनो ने बीते साल 32,721 गाड़ियां कम बेचीं। उसे 40.38% की ईयरली डिग्रोथ मिली। CY 2023 में फॉक्सवैगन ने 43,481 गाड़ियां बेचीं। जबकि CY 2022 में ये आंकड़ा 42,481 यूनिट का था। यानी फॉक्सवैगन ने बीते साल 1,000 गाड़ियां ज्यादा बेचीं। उसे 2.35% की ईयरली ग्रोथ मिली। CY 2023 में निसान ने 30,375 गाड़ियां बेचीं। जबकि CY 2022 में ये आंकड़ा 35,107 यूनिट का था। यानी निसान ने बीते साल 4,732 गाड़ियां कम बेचीं। उसे 13.48% की ईयरली डिग्रोथ मिली।
CY 2023 में सिट्रोन ने 9,488 गाड़ियां बेचीं। जबकि CY 2022 में ये आंकड़ा 6,134 यूनिट का था। यानी सिट्रोन ने बीते साल 3,354 गाड़ियां ज्यादा बेचीं। उसे 54.68% की ईयरली ग्रोथ मिली। CY 2023 में जीप ने 6,690 गाड़ियां बेचीं। जबकि CY 2022 में ये आंकड़ा 13,263 यूनिट का था। यानी जीप ने बीते साल 6,573 गाड़ियां कम बेचीं। उसे 49.56% की ईयरली डिग्रोथ मिली। इस तरह इन 14 कंपनियों ने कुल मिलाकर 2023 में 40,98,180 गाड़ियां बेचीं। जबकि 2022 में ये आंकड़ा 37,80,168 यूनिट का था। यानी बीते साल 3,18,012 गाड़ियां ज्यादा बिकीं।