The Buckingham Murders Review: कातिल है कौन, कहा नहीं जाए…करीना ने बता दिया, वो सिर्फ स्टार नहीं, तगड़ी एक्टर भी हैं

Kareena Kapoor The Buckingham Murders Review: क्राइम-सस्पेंस-थ्रिलर फिल्मों का क्रेज फैंस के बीच काफी ज्यादा है. ऐसी फिल्में आमतौर पर पसंद की जाती हैं. OTT के दौर में तो क्राइम पर बेस्ड ऐसी कई वेब सीरीज और फिल्में हैं जिन्हें पसंद किया गया है. फिलहाल हिंदी ऑडियंस अभी श्रद्धा कपूर की हॉरर-कॉमेडी फिल्म स्त्री 2 के क्रेज से बाहर निकली भी नहीं थी कि इसी बीच करीना कपूर खान की फिल्म द बकिंघम मर्डर्स रिलीज हो गई. ऐसा माना जा रहा था कि ये फिल्म सत्य घटनाओं से जुड़ी हुई है लेकिन असलियत में ऐसा कोई भी दावा सामने नहीं आया है. हां, ये जरूर है कि इस फिल्म को केट विन्सलेट की वेब सीरीज मेर ऑफ ईस्टटाउन से काफी प्रेरित माना जा रहा है.
पिछले कुछ समय से करीना कपूर खान की फिल्मों का सलेक्शन ये बता रहा है कि अब वे अपने क्राफ्ट को लेकर पहले से ज्यादा सीरियस हो गई हैं और रोल्स की च्वाइस के मामले में ज्यादा मैच्योरिटी के साथ पेश होती दिखाई दे रही हैं. ओटीटी पर आई उनकी फिल्म जाने मन को काफी पसंद किया गया. इसके अलावा क्रू फिल्म में भी उनकी परफॉर्मेंस की तारीफ हुई. लाल सिंह चड्ढा भले ही नहीं चली लेकिन इस फिल्म में भी उन्हें नोटिस किया गया. अब एक्ट्रेस ने द बकिंघम मर्डर्स में अपने टैलेंट से कमाल कर दिया है. इसमें उनकी परफॉर्मेंस देख ये कहा जा सकता है कि इस फिल्म में इस रोल के लिए वे एकदम पर्फेक्ट च्वाइस हैं.
क्या है कहानी?
फिल्म की कहानी उन लोगों की कहानी है जो भारत छोड़कर विदेश में सेटल हो जाते हैं. वहां के माहौल में ढल जाते हैं और सिक्योर हो जाते हैं. सबकुछ ठीक चल रहा होता है फिर होता है एक कत्ल. एक मासूम का कत्ल. और उस कत्ल को छिपाने के लिए एक और कत्ल. लेकिन ये कत्ल किसने किया, इसका पता लगाना अपने आप में किसी गुत्थी को सुलझाने से कम नहीं. क्योंकि कत्ल का आधार कोई बड़ी घटना नहीं है जिससे इसकी वजह का कोई ठोस अंदाजा लगाया जा सके. ऐसे में कई सारे सस्पेक्ट सामने मौजूद हैं जिनमें से एक कातिल है. और साथ ही एक बड़ा सवाल कि आखिर इस कत्ल की वजह क्या है. इस केस की जांच डिटेक्टिव जसप्रीत भमरा के हाथों में है जो रोल करीना ने प्ले किया है. वे अपने स्तर पर इसकी जांच करती भी हैं. लेकिन उन्हें इस सफर में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

उनके खुद के जीवन की त्रासदी उनके वर्तमान के साथ चल रही है. और वो है अपने बेटे को खोना. एक तो ये दुख उनके साथ पहले से चिपका हुआ है जिससे वे उभर नहीं पाई हैं. ऊपर से उन्हें किसी दूसरे के बेटे के कत्ल के गुनहगार का पता लगाना है. इस कशमकश में वो तब टूट जाती हैं जब उनकी ही टीम का एक साथी इस केस में दगा दे जाता है. अब डिटेक्टिव जसप्रीत अकेले कैसे इस सफर को पूरा करेंगी और कातिल तक पहुंचेंगी, इसके लिए आपको ये फिल्म देखनी होगी.
कैसा है डायरेक्शन ?
इस फिल्म का निर्देशन शाहिद, ओमेर्टा और अलीगढ़ जैसी फिल्में बनाने वाले दिग्गज फिल्म निर्देशक हंसल मेहता ने किया है. वे अपने करियर में कई सीरियस फिल्में बनाते आए हैं जिन्हें अवॉर्ड भी मिला है. ये फिल्म ज्यादा जीवंत इसलिए लगती है क्योंकि इसका बैकग्राउंड और लोकेशन, सिचुएशन से मैच कर रहा है. साथ में इसकी कास्टिंग को भी इस हिसाब से ही किया गया है. फिल्म में 70 पर्सेंट संवाद तो इंग्लिश में ही हैं. लेकिन ये कहीं से भी ऑड नहीं लगता है. इसकी स्क्रिप्टिंग में जान है. फिल्म एक ही पैटर्न को फॉलो करती है वो है कातिल को पकड़ना. इसके इर्द-गिर्द ही फिल्म की स्क्रिप्टिंग को शेप दिया गया है और भावनाव में ज्यादा बहने से बचा गया है.
सबसे खास बात ये है कि फिल्म स्क्रीनप्ले के दौरान अपनी कहानी के ट्रैक से जरा भी भटकती नहीं है. और यही चीज तो इस फिल्म को और भी खास बनाती है साथ ही दर्शकों को भी अंत तक बांध कर रखती है. फिल्म में करीना कपूर खान का लीड रोल हैं लेकिन फिल्म में उनका काम सिर्फ कातिल को पकड़ना है. ऐसे में उनकी पर्सनल लाइफ को टच भी नहीं किया गया है. इससे ये पता चलता है कि फिल्म का स्क्रीनप्ले एकदम सटीक रखा गया है जो फिल्म मेकिंग की सीरियसनेस और बेहतर क्राफ्ट की ओर इशारा करता है.
करीना कपूर खान का अभिनय फिल्म में कैसा रहा?
ठहरा देगी फिल्म की एंडिंग
द बकिंघम मर्डर्स में इसका अंत आपको कुछ समय के लिए ठहरा सकता है. इसकी बढ़िया मेकिंग का एक उदाहरण ये भी है. स्टोरी खत्म हो चुकी है. कातिल पकड़ा जा चुका है. स्टोरी में कुछ नहीं बचा. ऐसा लगेगा कि फिल्म अब खत्म ही है. लेकिन अभी भी स्क्रीन पर दृश्य चल रहे हैं. एक गाना आता है. ये फिल्म का एंड सीन भी है. मूवी से जुड़े जितने भी इमोशन्स हैं वो सारे इस गाने में झोंक दिए गए हैं. अंत में आए इस इमोशनल गाने और इसके सीन्स आपको ठहरा देंगे. और जो एहसास देंगे वो थिएटर से बाहर निकलने के बाद भी आपके साथ कुछ समय तक रहेगा. ये इस फिल्म का असर है.
कैसी है कास्टिंग?
इसकी कास्टिंग भी काफी अच्छी है. करीना कपूर खान की इस फिल्म में अपीयरेंस किसी हॉलीवुड एक्ट्रेस सरीखी ही लग रही है. उनकी अपीयरेंस से लग रहा उनकी उम्र इस किरदार में दिख रही है जो इस फिल्म में उनके रोल से मैच खा रही है. उन्होंने इस फिल्म में अपनी उम्र छिपाने की कोशिश नहीं की है. ये इस फिल्म को ज्यादा रियल बना गया है. फिल्म में वे कंट्रोल्ड इमोशन्स में हैं और इस कैरेक्टर को काफी कॉन्फिडेंस के साथ प्ले करती नजर आई हैं. इसके अलावा ऐश टंडन ने हमेशा की तरह सधी एक्टिंग की है. वहीं फिल्म में फेमस शेफ रणवीर बरार की अपीयरेंस भी किसी सरप्राइज से कम नहीं है. इस फिल्म में उनकी एक्टिंग शेफ के फैंस के लिए भी एक बड़ा सरप्राइज है.
फिल्म का नाम- द बकिंघम मर्डर्स
कास्ट- करीना कपूर खान, रणवीर बरार, एश टंडन, राहुल सिद्धू, केथ एलेन और प्रभलीन संधू
निर्देशक- हंसल मेहता
प्लेटफॉर्म- सिनेमाघरों में
रेटिंग्स- 3.5/5
Imdb Link-

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