बाल ने खोला ‘बुजुर्ग’ का राज, इंटेलीजेंस की सूझबूझ से खुली पोल, 3 इशारों से हुआ साजिश का खुलासा
एक दिन एक बुजुर्ग सरदार जी ह्वीलचेयर पर इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पहुंचते हैं. अमेरिका रवाना होने के मकसद से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे इन सरदार जी के चेहरे पर सफेद दाढ़ी है और सिर पगड़ी से पूरी तरह छिपा हुआ है. चेकइन और इमीग्रेशन की प्रक्रिया पूरी करने के बाद सरदार जी सुरक्षा जांच के लिए पहुंचते हैं. सुरक्षा जांच के दौरान, सीआईएसएफ इंटेलीजेंस के प्रोफाइलर ने सरदार जी सुरक्षा जांच के लिए खड़े होने को कहा, लेकिन सरदार जी ने यह कहते हुए खड़े होने से इंकार कर दिया कि उन्हें बहुत कमजोरी है.
इस बीच, सीआईएसएफ के प्रोफाइलर ने सरदार जी से कुछ सवाल पूछे. सरदार जी ने कुछ सवालों का जवाब इशारों से दिया, कुछ में खामोश रहे और कुछ का जवाब एक-दो शब्दों में देकर खामोश हो गए. सीआईएसएफ के प्रोफाइलर को सरदार जी की इस हरकत पर कुछ शक हुआ. जिसके बाद, उन्होंने सरदार जी को आगे झुकने के लिए कहा. इस दौरान, सरदार जी की फुर्ती देखकर सीआईएसएफ के प्रोफाइलर का शक बढ़ गया. सरदार जी की सुरक्षा जांच के दौरान, सीआईएसएफ के प्रोफाइलर को सरदार जी के पीठ के बाल दिख गए जो कि काले थे.
अब, दाढ़ी के बाल सफेद और पीठ के बाल काले देख सीआईएसएफ के प्रोफाइलर का शक काफी हद तक पुख्ता हो गया. जिसके बाद, सीआईएसएफ अधिकारी ने सरदार जी को सख्त आवाज में खड़े होने के लिए कहा. सीआईएसएफ अधिकारी की सख्त आवाज सुनते ही सरदार जी सकते में आ गए और उसके चेहरे के भाव कुछ सेकेंड के लिए फीके पड़ गए. बस यहीं पर सीआईएसएफ के अधिकारी ने सरदार जी की पोल खुल गई. सरदार जी की दाढ़ी नकली निकली और खुद को पंजाब का वाशिंदा बताने वाले सरदार जी गुजराती पटेल निकले.
बदनियत लेकर पहुंचे मुसाफिरों पर कैसे कसता है शिकंजादिल्ली एयरपोर्ट की यह इकलौती घटना नहीं है, जिसमें सीआईएसएफ के इंटेलीजेंस प्रोफाइलर ने अपनी सूझबूझ से किसी साजिश को नाकाम किया हो. बल्कि मुसाफिरों के हावभाव को पढ़कर वह लगातार गलत इरादे लेकर एयरपोर्ट पहुंचे मुसाफिरों की धरपकड़ करते रहते हैं. अब यहां पर सवाल है कि ऐसे कौन से इशारे हैं, जिनको देखकर सीआईएसएफ इंटेलीजेंस के प्रोफाइलर बदनियत वाले मुसाफिरों को पकड़ लेते हैं. चलिए, आज हम आपको बताते हैं कि वह कौन से इशारे हैं, जिनकी मदद से सामने वाले के झूठ को पकड़ा जा सकता है.
सीआईएसएफ इंटेलीजेंस विंग का नेतृत्व कर चुके वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, किसी भी शख्स के हावभाव और बॉडी लैंग्वेज उसकी करतूतों को बयां करने के लिए काफी हैं. मसलन, गलत इरादा लेकर एयरपोर्ट आए मुसाफिर के हावभाव में स्वत: एक बदलाव आ जाता है. यदि मुसाफिर उन बदलावों को छुपाना भी चाहे तो वह चाह कर भी ऐसा नहीं कर सकता है. शरीर में आए यही स्वत: बदलावों से इंटेलीजेंस विंग के प्रोफाइलर को संकेत मिलते हैं और उनको बेहद आसानी से पकड़ा जा सकता है.