जिस फाउंटेन में पीएम नरेंद्र मोदी ने उछाला था सिक्का, वहां से निकले 12 करोड़ से अधिक रुपये
जी-20 देशों का शिखर सम्मेलन 2021 में इटली की राजधानी रोम में हुआ था। उसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हिस्सा लिया था। उस समय का एक वीडियो सोशल मीडिया पर आया था जिसमें जी-20 देशों के नेता एक फाउंटेन में सिक्का फेंकते हुए दिख रहे थे। यह रोम का प्रसिद्ध ट्रेवी फाउंटेन (Trevi Fountain) है। यहां सिक्का फेंकने की सदियों पुरानी मान्यता है। माना जाता है कि जिसका सिक्का सही जगह पड़ता है, उसे दोबारा रोम आने का मौका मिलता है। हर साल लाखों पर्यटक रोम आते हैं और इस फाउंटेन में सिक्का फेंकते हैं। इन सिक्कों को बाद में इकट्ठा किया जाता है। इन पैसों से एक फूड बैंक, एक सूप किचन और कई वेलफेयर स्कीमें चलती हैं। 2022 में इस फाउंटेन से 15.2 लाख डॉलर यानी 12,59,91,508 रुपये निकले थे।
माना जाता है कि ट्रेवी फाउंटेन में सिक्का उछालने वालों की मनोकामना पूरी होती है। इस फाउंटेन में फेंके जाने वाले सिक्कों को कैथोलिक चैरिटी संस्था Caritas के रोम डिवीजन को दिया जाता है। 2022 में इस फाउंटेन से 15.2 लाख डॉलर के सिक्के निकले थे। माना जा रहा है कि 2023 में यह राशि और ज्यादा थी। रोम में ईसाइयों से सबसे बड़े धर्मगुरु पोप बैठते हैं और हर साल करीब 2.1 करोड़ टूरिस्ट इस शहर में आते हैं। ट्रेवी फाउंटेन के आसपास लगाए गए साइनबोर्ड में लिखा है कि फाउंटेन में फेंके गए सिक्कों का इस्तेमाल परोपकारी कार्यों में होता है। दिनरात इस फाउंटेन के आसपास पर्यटकों की भारी भीड़ लगी रहती है। मान्यता है कि अगर आप दाएं हाथ से बाएं कंधे के ऊपर से सिक्का फाउंटेन में उछालते हैं तो आपकी रोम में वापसी होती है। साथ ही लोग सिक्का उछालते समय अपनी विश मांगते हैं।
फाउंटेन का इतिहास
ट्रेवी फाउंटेन 1762 में बनकर तैयार हुआ था। यह सेंट्रल रोम में Palazzo Poli के एक साइड को कवर करता है। इसमें Tritons के स्टेच्यू हैं जो भगवान Oceanus के रथ को रास्ता दिखा रहे हैं। यह पानी के प्रबल प्रवाह को रोकने का एक प्रतीक है। इसी जगह इटली के मशहूर फिल्मकार Federico Fellini ने La Dolce Vita के एक सीन की शूटिंग की थी। इस सीन में हीरो और हीरोइन फाउंटेन में उतरे थे। लेकिन आज इस फाउंटेन में उतरने की मनाही है और ऐसा करने वालों से फाइन वसूला जाता है।