TV देखते-देखते सो जाने की आदत पड़ेगी भारी, लग सकती है बीमारी, रिसर्च में खुलासा
बीते कुछ सालों में बिंज वॉचिंग का क्रेज काफी बढ़ा है और इसकी अहम वजह है ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आने वाली वेब सीरीज या मूवीज का. भारतीयों का मोबाइल या टीवी के प्रति स्क्रीन टाइमिंग काफी बढ़ गया है. पबमेड की रिपोर्ट के अनुसार कोविड-19 महामारी के बाद दुनिया भर में नेटफ्लिक्स जैसे ओटीटी प्लेटफॉर्म का क्रेज काफी बढ़ा है. साल 2007 में नेटफ्लिक्स की शुरुआत हुई और आज इसके अनगिनत दीवाने है. लोगों को इसकी लत इस कदर लग चुकी है कि वे देर रात तक टीवी देखते हैं. कुछ लोग तो टीवी देखते-देखते ही सो जाते हैं.
पर कभी आपने सोचा है कि टीवी को देखते-देखते सो जाने से जोखिम भी जुड़ा हुआ है. एक नई स्टडी के मुताबिक इस आदत से हमारी सेहत को गंभीर नुकसान झेलने पड़ सकते हैं. रिसर्च कहती है कि इस आदत से हमारे स्लीपिंग पैटर्न में रुकावटें आती है जिससे वजन के बढ़ने के आसार बन जाते हैं.
क्या कहती है रिसर्च
दरअसल, ये रिसर्च साल 2022 की है जिसे शिकागो की नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में पूरा किया गया. इसमें करीब 550 लोगों को शामिल किया गया जिनकी उम्र 63 से 84 साल की बी थी. उन्हें इस तरह के रूटीन को फॉलो करने की सलाह दी गई. साथ ही उनकी मॉनिटेयरिंग भी की गई. स्टडी के मुताबिक इस तरह की आदत से शरीर में मोटापे, डायबिटीज और हाइपरटेंशन का खतरा काफी बढ़ जाता है.
रिसर्च के मुताबिक जो लोग टीवी से आने वाली लो लाइट में सो रहे थे उनका इंसुलिन लेवल डिस्टर्ब था. इस कारण शरीर का ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है. दरअसल इस नींद के पैटर्न से डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर का रिस्क बढ़ जाता है. बीपी, शुगर और मोटापे के कारण दिल की बीमारियों का खतरा काफी बढ़ जाता है.
स्लीपिंग डिसऑर्डर के नुकसान
एक्सपर्ट्स कहते हैं अगर आप लगातार कम नींद या स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताते हैं तो इससे हमारे दिमाग पर बुरा असर पड़ता है. मेंटल हेल्थ के इस कदर डिस्टर्ब होने से शारीरिक स्वास्थ्य बिगड़ने लगता है. इस कारण बॉडी में बैड रिकवरी और बिगड़े हुए फिजिकल फंक्शन की सिचुएशन बन जाती है.
युवाओं पर इसका असर
बता दें कि ये रिसर्च युवाओं का ज्यादा चेता रही है क्योंकि अधिकतर यूथ इसकी चपेट में है. टीवी देखते-देखते सो जाने के बाद पॉश्चर का पता नहीं होता. इस कारण मसल्स में दर्द या फिर मांसपेशियों से जुड़ी दूसरी समस्याएं हो सकती हैं.
ऐसे सुधारें नींद का पैटर्न
रोजाना पूरी नींद लेने के लिए मेडिटेशन की आदत डालें. इसके अलावा टीवी या फोन को जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल में लें. इसके अलावा उन कामों को जरूर करें जिनमें आपकी रुचि हो. वैसे बुक पढ़ने की आदत हमारी मेंटल हेल्थ को दुरुस्त बनाती है. हेल्दी डाइट और ज्यादा से ज्यादा पानी पीने जैसी हेल्दी हैबिट्स हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को दुरुस्त बनाती हैं.