राजौरी में सेना पर हमले की INSIDE STORY, कब और कैसे निशाने पर आए हमारे जांबाज?
जम्मू-कश्मीर की धरती को एक बार फिर आतंकियों ने लाल किया है. राजौरी में आतंकियों ने सेना की 2 गाड़ियों पर हमला बोला. भारतीय सेना के जवानों पर पीछे से वार किया गया. इस आतंकी हमले में सेना के 5 जवान शहीद हुए हैं. हमले के बाद आतंकियों को ढूंढने के लिए सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है.
दरअसल सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हो रही थी. सेना के जवान इसी एनकाउंडर में मदद के लिए जा रहे थे तभी घात लगाए आतंकियों ने गोलियों की बौछार कर दी. भारतीय सेना जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के सफाया के लिए ऑपरेशन चला रही है. ऑपरेशन से बौखलाए आतंकी सेना पर हमला कर रहे हैं.
जिस समय आतंकी हमले को अंजाम दे रहे थे, उसी वक्त श्रीनगर के लाल चौक पर बेखौफ लोग इंटरनेशनल फिरन डे सेलिब्रेट कर रहे थे. सवाल है कि क्यों आतंकी घबराए हुए हैं. दरअसल सरकार का कहना है कि अब गिनती के बड़े आतंकवादी बच गए हैं. जो भी आतंकी कश्मीर में बदलाव के हिमायती नहीं हैं, वह ऐसे घुसपैठ और हमलों को अंजाम दे रहे हैं.
राजौरी हमले की INSIDE STORY
जम्मू कश्मीर के राजौरी सेक्टर के थाना मंडी के DKG के जंगलों में आतंकियों के खिलाफ महा ऑपरेशन चल रहा है. थाना मंडी इलाके से सटे जंगलों को सुरक्षा वालों ने कॉर्डन कर लिया है और कोशिश यही है कि आतंकी यहां से भाग ना सके और आतंकियों को जल्द ढेर किया जाए. दरअसल बीते दिन सुरक्षा बलों को सूचना मिली थी की राजौरी के थाना मंडी के घने जंगलों में आतंकी छुपे हुए हैं जिसके लिए सुरक्षा बलों ने वहां ऑपरेशन चलाया.
ऑपरेशन के लिए जब सेना की तरफ से रेंफोर्समेंट मंगाई गई तो सेना के जवान दोपहर 3:45 बजे एक जिप्सी और ट्रक में सवार होकर डेरा की गली-बफ्लियाज मार्ग से गुजर रहे थे. इसी दौरान टोपा पीर क्षेत्र में तीन से चार आतंकियों ने सेना के वाहनों पर ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी. सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की. इस हमले में 5 जवान शहीद हो गए और 3 घायल हो गए.आज फिर सुरक्षाबलों की तरफ से महा ऑपरेशन चलाया जा रहा है ताकि आतंकियों का खात्मा किया जा सके.
फारुक अब्दुल्ला का आया बयान
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के कर्ता धर्ता फारुक अबदुल्ला ने कहा है कि सरकार कहती थी कि 370 के कराण रियासत बैकवॉर्ड है लेकिनआज भी हमले हो रहे हैं जसमें कर्नल, कैप्टन मारे जा रहे हैं. फारुक के मुताबिकरोज कहीं ना कहीं बम फट रहा है. फारुक अब्दुल्ला ने यहां तक कहा है कि ‘प्रदेश में आतंकवाद बंद नहीं हुआ है, हर घर के सामने सिपाही बंदूक लेकर खड़ा है और जिस दिन ये बंदूक हट जाएगा, देखिए क्या होता है, किस तरह पत्थर पड़ेंगे’.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने जताया दु:ख
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जवानों की शहादत पर दु:ख जताया है. साथ ही कहा है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है. खड़गे ने शहीद होने वाले परिवारों के प्रति संवेदना भी प्रकट की है.