देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ की प्रथा प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में शुरू हुई. किसी क्षेत्र में असामान्य सेवाओं के लिए यह पुरस्कार दिया जाता है.
भारत रत्न: देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ की प्रथा प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में शुरू हुई. किसी क्षेत्र में असामान्य सेवाओं के लिए यह पुरस्कार दिया जाता है.
1954 में यह सम्मान केवल जीवित व्यक्ति विशेष को दिया जाता था, बाद में मरणोपरांत दिए जाने का प्रावधान जोड़ा गया. भारत के राजपत्र (The Gazette of India) में अधिसूचना (Notification) जारी कर पुरस्कार प्राप्त करने वालों के नाम की ऑफिशल अनाउंसमेंट की जाती है. 26 जनवरी, गणतंत्र दिवस के अवसर पर विजेताओं को राष्ट्रपति सम्मानित करते हैं. 1 साल में अधिकतम तीन व्यक्तियों को ही भारत रत्न दिया जा सकता है.
भारत ‘रत्नों’ को क्या मिलता है
भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित लोगों को सरकार की ओर से प्रमाण पत्र और एक मेडल मिलता है. इसके साथ कोई धनराशि नहीं मिलती. साथ ही सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार विजेताओं को विशेष सम्मान भी मिलते हैं. भारत रत्न पाने वालों को सरकारी कार्यक्रमों में शामिल होने का न्योता मिलता है. यह सम्मान पाने वालों को सरकारी महकमें की सुविधा दी जाती हैं, जैसे- रेलवे की ओर से मुफ्त यात्रा की सुविधा मिलती है. वारंट का प्रेसिडेंट का इस्तेमाल सरकारी कार्यक्रमों में वरीयता देने के लिए होता है. इसके प्रोटोकॉल के तहत राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, लोकसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री और संसद के दोनों सदनों में विपक्ष के नेता के बाद जगह मिलती है.राज्य सरकारों की ओर से भी यह सम्मान पाने वालों को सुविधा दी जाती हैं.
एक पाकिस्तानी, जिसे मिला भारत रत्न
खान अब्दुल गफ्फार खान, एकमात्र पाकिस्तानी और पहले गैर भारतीय थे जिन्हें भारत रत्न सम्मान मिला. उन्हें फ्रंटियर गांधी और बादशाह खान के नाम से भी जाना जाता था। उन्होंने 1929 में खुदाई खिदमतगार आंदोलन की शुरुआत की. इनके अलावा मदर टेरेसा और नेल्सन मंडेला भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित हुए हैं.
आखिरी बार किसे मिला था ये सम्मान
2019 में आखिरी बार लोक-कार्य के लिए देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भारत रत्न से सम्मानित हुए थे. इसी साल अपने असाधारण योगदान के लिए समाज क्षेत्र में नानाजी देशमुख और कला क्षेत्र में डॉक्टर भूपेन हजारिका को मरणोपरांत भारत रत्न सम्मान दिया गया था.
जानें, भारत रत्न से जुड़ी कुछ अहम जानकारियां
2014 में पहली बार खेल के क्षेत्र में सर्वोच्च प्रदर्शन के लिए सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न से सम्मानित किया गया. खेल के क्षेत्र को इस पुरस्कार के लिए 2013 में जोड़ा गया. भारत रत्न पुरस्कार दो बार निलंबित किया जा चुका है, इसके बाद पुरस्कार फिर से शुरू किए गए थे. अब तक 49 हस्तियों को मिल चुका है यह सम्मान.साल 1956, 1959, 1960, 1964, 1965, 1967, 1968-70, 1972-1974, 1977-1979, 1981, 1982, 1984-86, 1993-96, 2000, 2002-2008, 2010-2013, 2020-22 में भारत रत्न नहीं दिया गया था.