मुंबई पहुंचा कार्गो शिप प्लूटो, अरब सागर में हुआ था ड्रोन अटैक, देखें नुकसान की Photos
सऊदी अरब से मैंगलोर से आ रही मर्चेंट शिप एमवी केम प्लूटो पर 23 दिसंबर को हमला हुआ था. इस जहाज में 21 भारतीय सवार थे. फिलहाल सोमवार को ये जहाज मुंबई पोर्ट पहुंचा. इस जहाज को इंडियन कोस्ट गार्ड के जहाज के जरिए एस्कॉर्ट करके यहां लाया गया है. अब नौसेना इस हमले की जांच करेगी. बता दें कि इस जहाज पर लाइबेरिया का झंडा लगा था.
जहाज के मुंबई पहुंचने के बाद नेवी एक्सप्लोसिव ऑर्डिनेंस डिस्पोजल यूनिट की टीम ने उस पर विजिट किया. वहीं घटनास्थल से मलबे को बरामद कर उसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है. यह किस तरह का अटैक और एक्सप्लोसिव था, उसकी जानकारी जुटाई जा रही है. EOD टीम के बाद मल्टीपल जांच एजेंसियों ने भी शिप का मुआयना किया.
जहाज एमवी केम प्लूटो पर ड्रोन से हमला
भारतीय नौसेना ने जहाज एमवी केम प्लूटो के मुंबई बंदरगाह पहुंचने के बाद उसका शुरुआती निरीक्षण किया और कहा कि उस पर भारत के पश्चिमी तट के पास ड्रोन हमला हुआ लेकिन हमला कहां से हुआ और इसके लिए कितनी मात्रा में विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया, यह फॉरेंसिक और तकनीकी जांच के बाद ही पता चल पाएगा. दरअसल MT केम प्लूटो लाइबेरिया के जहाज पर हुए हमले में आशंका जताई गई थी कि ड्रोन के अलावा मिसाइल का भी इस्तेमाल किया गया है. वहीं अब इस जहाज के आने के बाद नेवी के एक्सप्लोसिव ऑर्डिनेंस डिस्पोजल यूनिट के अधिकारियों ने सबसे पहले इस पर विजिट किया.
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नेवी कोस्टगार्ड के अलावा मल्टीपल एजेंसियां इस मामले की जांच में जुट गई हैं. हमले के अवशेष को सबूतों के तौर पर कलेक्ट कर इसकी जांच की जा रही है. साथ ही सभी क्रू मेंबर से भी पूछताछ की जाएगी. इसके अलावा अलग-अलग एजेंसियां रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों को इसकी रिपोर्ट देंगी.
विदेशी विभागों के संपर्क में भारतीय एजेंसियां
एजेंसियों को इस बारे में सख्त आदेश दिए गए हैं की जांच पूरी होने तक शिप का कोई भी वीडियो फोटो जारी न किया जाए. नेवी और कोस्टगार्ड के अधिकारियों के मुताबिक भारतीय एजेंसियां लाइबेरिया सहित संबंधित विदेशी विभागों के संपर्क में हैं. इस जहाज के साथ कोस्टगार्ड का शिप विक्रांत साथ में मुम्बई की तरफ मूव किया गया था जो कि अब पहुंच गया है.
जहाज में सवार थे 22 चालक दल
इस जहाज में 22 चालक दल (21 भारतीय और एक वियतनामी) सवार थे. 23 दिसंबर को लगभग 07:45 बजे एक आग लगने की सूचना मिली थी. नेवी के मुताबिक आग लगने का कारण मिसाइल या ड्रोन हमला होने की संभावना है. इस घटना के बाद कि स्थिति पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए, भारतीय नौसेना ने नियमित निगरानी के लिए क्षेत्र में सक्रिय एक समुद्री गश्ती विमान को मोड़ दिया था. साथ ही भारतीय नौसेना ने भी स्थिति का आकलन करने और एमटी केम प्लूटो को सहायता प्रदान करने के लिए भारतीय नौसैनिक जहाज मोर्मुगाओ को डायवर्ट किया था.
सभी सदस्य सुरक्षित
नौसेना के समुद्री गश्ती विमान ने 23 दिसंबर को 13:15 बजे एमटी केम प्लूटो से उड़ान भरी और चालक दल के साथ संपर्क स्थापित किया. चालक दल ने बताया कि सभी 22 सदस्य सुरक्षित हैं और आग बुझा दी गई है. आईएनएस मोर्मुगाओ ने 23 दिसंबर को 19:30 बजे एमटी केम प्लूटो के साथ संचार स्थापित किया ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या किसी सहायता की आवश्यकता है. घटनास्थल पर मौजूद सीजीएस विक्रम को भी जहाज को मुंबई तक ले जाने का निर्देश दिया गया था जो कि शिप के साथ मुम्बई आ गयी है.