जंगल से आ रही थी अजीब आवाज, मौके पर पहुंची पुलिस, अंदर का नजारा देख फटी रह गईं आंखें
राजस्थान के करौली जिले में गंभीर नदी के जंगल में कुछ दिनों से अजीब तरह की आवाजें आ रहीं थीं. इसके बारे में एक शख्स ने पुलिस को सूचना दी. इसके बाद पुलिस ने जंगल में गश्त और तलाशी का काम शुरू किया. मौके पर पहुंची पुलिस ने गंभीर नदी के जंगल में लगभग 125 गोवंश मवेशियों को बंधा पाया. इसके बाद पुलिस ने उन गोवंश को मुक्त कराया है. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी. करौली के जिला पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा ने इस पूरी घटना के बारे में जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच की जा रही है.
करौली के जिला पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा ने बताया कि ऑपरेशन ‘नन्दी’ के तहत नई मंडी थानाक्षेत्र में हिंडौन सिटी पुलिस की टीम ने खेडली गुर्जर गांव के पास गंभीर नदी के जंगल में शुक्रवार रात भर 100 से 125 गोवंश मवेशियों को मुक्त कराया. पुलिस के अनुसार उसके अभियान की भनक लगते ही तस्कर फरार हो गये, जिनकी तलाश की जा रही है. एक बयान में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि खेड़ली गुर्जर गांव के पास गंभीर नदी के जंगल में तलाशी अभियान के दौरान पुलिस को 100-125 गाय-बैल आपस में बंधे और भूखे प्यासे हालत में मिले.
उनके मुताबिक ग्रामीणों ने बताया कि तस्करों ने इन मवेशियों को यहां पर इकट्ठा किया था और वे उन्हें बाहरी राज्यों में ले जाने वाले थे. पुलिस के अनुसार संभवत: तस्कर पुलिस गाड़ियां देखकर भाग गये. पुलिस ने 32 गायों एवं 26 सांडों को बंजर गौशाला फुलवाड़ा को सौंपा है. राजस्थान में गौवंश की तस्करी के मामले लगातार सामने आते रहे हैं. हाल के दिनों में वहां एक ट्रक पर लदे कई गौवंश को बरामद किया गया. राजस्थान में गौवंश के तस्करों और गौरक्षकों के बीच कई बार हिंसक टकराव की वारदातें भी हो चुकी हैं.