पूजा घर में देवी देवताओं की मूर्तियां रखने से पहले इन बातों का रखें विशेष ध्यान, वरना पूजा का नहीं मिलेगा फल
हिंदू घरों में पूजा पाठ करना बहुत ही जरूरी माना जाता है। सभी के घर में एक छोटा सा पूजा घर होता है जहां पर भगवान की मूर्तियां रखी जाती हैं और प्रतिदिन पूजा की जाती है।
हिंदू धर्म में हर घर में मंदिर का स्थान सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है मंदिर की स्थापना से लेकर वहां पर कौन से धार्मिक ग्रंथ रखने हैं ,किन भगवान को कौन सी दिशा के अनुसार रखना है और पूजा सामग्री से जुड़ी हर तरह की बातें जरूर जान ले। वास्तु शास्त्र के अनुसार मंदिर के कुछ नियम बताए गए हैं जिनको जरूर ही करना चाहिए नहीं तो आपको पूजा का फल नहीं मिलेगा।
मूर्तियों को रखने की सही दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में देवी देवताओं की मूर्तियों की रखने की सही दिशा पश्चिम दिशा मानी गई है। ऐसा करने से पूजा करते समय व्यक्ति का मुख पूर्व की ओर रहेगा जो बहुत ही शुभ होता है।
हनुमान और भैरव की मूर्ति रखने की सही दिशा
भगवान हनुमान और भैरव भगवान की मूर्ति को हमेशा दक्षिण दिशा में ही रखना चाहिए दुर्गा मां की मूर्ति पूर्व दिशा की ओर मुख करके रखना चाहिए और भगवान विष्णु की मूर्ति पश्चिम दिशा में रखनी चाहिए। घर में मंदिर में मां लक्ष्मी और भगवान गणेश को दाएं और बाएं बैठाएं।
किस आकार की होनी चाहिए मूर्ति
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार घर में पूजा के मंदिर में कभी भी अंगूठे के आकार से बड़ी शिवलिंग नहीं होनी चाहिए ऐसा करना बहुत ही अशुभ माना जाता है।
मंदिर रखने की सही दिशा
ज्योतिष शास्त्र और वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में मंदिर रखने की सबसे सही दिशा उत्तर पूर्व या ईशान कोण होती है। इस दिशा को ज्ञान और वृद्धि के लिए भी जाना जाता है यदि यहां मंदिर रखा जाए तो घर के सभी सदस्यों का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।