हर दिन मालामाल कर रहा ₹3 का यह शेयर, 900% चढ़ गया भाव, अनिल अंबानी की है कंपनी, निवेशक गदगद
बीते कुछ कारोबारी दिनों से अनिल अंबानी की पावर कंपनी रिलायंस पावर के शेयर रॉकेट की तरह बढ़ रहे हैं। रिलायंस पावर के शेयर जनवरी 2021 में ₹3.3 पर थे, जो अब ₹33 के स्तर तक पहुंच चुके हैं। यह शेयर के 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर भी है।
तीन साल की अवधि में रिलांयस पावर के शेयर 900 प्रतिशत तक बढ़ गया है। इस शेयर ने पिछले 1 साल में 114 फीसदी की छलांग लगाकर मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। जनवरी के केवल 5 कारोबारी दिन में यह लगभग 36 प्रतिशत बढ़ गया है। यह शेयर 28 मार्च 2023 को अपने 52-सप्ताह के निचले स्तर ₹9.05 से 264.5 प्रतिशत बढ़ गया है।
किस महीने में कितना रिटर्न
इस पावर कंपनी के लिए साल 2023 काफी मजबूत रहा। पिछले साल 12 में से 9 महीनों में इसने पॉजिटिव रिटर्न दिया। साल 2023 के तीन महीने जनवरी, फरवरी और अक्टूबर में शेयर ने निगेटिव रिटर्न दिया। इस तीन महीने में रिलायंस पावर के शेयर क्रमश: 11.15 प्रतिशत, 23.14 प्रतिशत, 11.17 प्रतिशत लुढ़के हैं। वहीं, नवंबर 2023 में यह सबसे अधिक 23.68 प्रतिशत बढ़ा है। इसके बाद रिलायंस पावर के शेयर अप्रैल में 22.61 प्रतिशत और जुलाई में 17 प्रतिशत बढ़ गए।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
शेयर मार्केट के विशेषज्ञों ने पावर शेयरों में तेजी का रुख देखा है। हाल के महीनों में निवेशकों ने अधिकांश पावर शेयरों की खरीदारी में रुचि दिखाई है। टैरिफ बढ़ोतरी की वजह से शेयरों को बूस्ट मिल रहा है। चॉइस ब्रोकिंग के कार्यकारी निदेशक सुमीत बगाड़िया रिलायंस पावर शेयरों के भविष्य के परफॉर्मेंस को लेकर आशावादी हैं। उनके मुताबिक शेयर में आगे भी तेजी की उम्मीद है। बागड़िया ने कहा कि निवेशक रिलायंस पावर के शेयरों को रखने पर विचार कर सकते हैं। हालांकि, वह रिलायंस पावर के स्टॉक में निवेश से जुड़े जोखिम को देखते हुए ₹21 पर स्टॉप-लॉस बनाए रखने की सलाह दे रहे हैं।
कंपनी के बारे में
रिलायंस पावर लिमिटेड अपनी सहायक कंपनियों के साथ मिलकर भारत में बिजली उत्पादन में लगी हुई है। इसकी बिजली परियोजनाओं का पोर्टफोलियो कोयला, गैस, पनबिजली, पवन और सौर ऊर्जा पर आधारित है। कंपनी की परिचालन बिजली उत्पादन क्षमता 416 गीगावॉट है। कंपनी की स्थापना 1995 में हुई थी।
कैसे थे तिमाही नतीजे
बता दें कि सितंबर तिमाही में अधिक राजस्व के कारण रिलायंस पावर का घाटा कम होकर ₹237.76 करोड़ हो गया। एक साल पहले की अवधि में इसका घाटा ₹340.26 करोड़ था। तिमाही के दौरान इसकी कुल आय पिछले साल के ₹1945 करोड़ से बढ़कर ₹2130 करोड़ हो गई।