ये 1 काम सर्दियों में देगी फेफड़ों का आराम, सर्दी-जुकाम न होने पर भी हफ्ते में दो बार जरूर करें
सर्दी-जुकान हो या बंद नाक भाप लेना हमेशा कागर होता है। ये एक ऐसा नेचुरल तरीका है जिसकी मदद से फेफड़े ही नहीं पूरे श्वसन तंत्र की सफाई हो जाती है। बंद नाम और खांसी में तो एक्पर्ट इसे करने की सलाह तो देते ही हैं लेकिन, आपको सर्दियों में फेफड़ों को हेल्दी रखने के लिए इसे हफ्ते में दो बार करना चाहिए। अब आप सोच रहेंगे होंगे कि बिना सर्दी-जुकाम के हम भाप क्यों लें। इसके सेहत के लिए क्या फायदे हैं। तो, समझते हैं फेफड़ों के लिए भाप लेने के फायदे।
भाप लेने से फेफड़ों को मिलता है आराम
भाप लेना फेफड़ों को साफ करने और इन्हें आराम देने की एक थेरेपी हो सकती है। इसे मेडिकल टर्म में स्टीम इनहेलेशन (steam inhalation) कहते हैं जिसके जरिए कई फेफड़ों की बीमारियों में राहत महसूस हो सकती है। जैसे कि कफ एंड कोल्ड में, कंजेशन में, साइनस में और फिर अस्थमा व ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारियों में जिसमें श्वसन पथ में संक्रमण हो जाता है और सांस लेने में दिक्कत होती है।
सर्दी-जुकाम न होने पर भी क्यों लें भाप?
सर्दी-जुकाम न होने पर भी आपको भाप इसलिए लेना चाहिए क्योंकि भाप लेने से फेफड़ों तक गर्माहट पहुंचती है और इनकी सिकाई होती है। साथ ही ये फेफड़ों में जमा बलगम को भी पिघलाने में मदद करता है और इसे पिघलाकर बाहर नकालता है। इतना ही नहीं अगर आपकी नाक ब्लॉक है तो भाप लेना चाहिए ताकि आपकी नेसल पैसेज साफ हो जाए और फिर सांस लेने पर आप बेहतर महसूस करें।
फेफड़ों के लिए भाप लेने के फायदे
इसके अलावा कंजेशन का ये कारगर उपाय है। ये आपके फेफड़ों में फंसे बलगम को तोड़ता है और इसे बाहर निकालने में मदद करता है। इतना ही नहीं ये फेफड़ों की नलियों में सूजन को कम करता है और फिर बेहतर महसूस करवाता है। तो, पूरी सर्दी तय कर लें कि 2 बाद बस कुछ मिनट निकाल कर भाप जरूर लें। इस तरह आप सर्दी-जुकाम सहित कई वायरल व बैक्टीरियल बीमारियों से बचे रहेंगे।