चींटी की चटनी और कच्छ के इस खजूर को मिला GI Tag, फायदे जान दिमाग झन्ना जाएगा!
भारत में खान-पान काफी अलग है। हर राज्य और हर शहर की अपनी कुछ खास चीजें हैं। इन्हीं में से कुछ खास चीजों को GI Tag मिला है। हालांकि, भारत की कई चीजों को अब तक जीआई टैग मिल चुका है लेकिन पिछले दिनों दो खास खाने की चीजें इस लिस्ट में जोड़े गए हैं। इन चीजों में शामिल हैं चींटी की चटनी (red ant chutney) और गुजराती खजूर (kutch desi kharek dates)। जी हां, चींटी की चटनी नाम सुनकर तो आपको दिमाग हिल गया होगा। आपको लग रहा होगा कि ये कौन लोग हैं जो चींटी की चटनी खाते हैं। तो, बता दें कि चींटी की चटनी सिर्फ खाने में ही टेस्टी नहीं होती बल्कि, सेहत के लिए भी इसके कई फायदे हैं। साथ ही हम जानेंगे कि कच्छ के थजूर की ऐसी क्या बात है जिसकी वजह से इसे जीआई टैग मिला है।
ओडिशा, झारखंड और छत्तीसगढ़ में खूब खाई जाती है चींटी चटनी
बता दें कि लाल चींटी की ये चटनी भारत के ट्राइबल इलाकों में खूब फेमस है। लेकिन, ओडिशा के मयूरभंज डिस्ट्रिक्ट की चींटी की चटनी को जीआई टैग मिला है। इस चटनी को लाल चींटी के अंडे से बनाया जाता है। इसमें चींटियों को लहसुन और हरी मिर्च के साथ पीसा जाता है और इसका स्वाद काफी तीखा होता है।
चींटी की चटनी की खास बात ये है कि इसमें प्रोटीन (benefits of odisha red ant chutney) की अच्छी मात्रा होती है। साथ ही इसका फॉर्मिक एसिड पेट के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है। इतना ही नहीं इसमें कैल्शियम और जिंक भी होता है जिसका सेवन सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है।
गुजरात की कच्छी खजूर
गुजरात के कच्छी खजूर को जीआई टैग मिला है। खास बात ये है कि इस खजूर (kutch desi kharek dates) का स्वाद मीठा और मुलायम होता है और ये 1200 रूपये किलो बिकता है। ये काफी कार्ब्स और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स से भरा होता है। साथ ही इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा होती है जो कि आपको पेट से जुड़ी कई बीमारियों से बचा सकती है। तो, अगर आपको कभी मौका मिले तो इन दोनों की चीजों का स्वाद जरूर चखें।