राम मंदिर से लक्षद्वीप तक की चर्चा में गदर काट रहा यह शेयर, 20% का लगातार अपर सर्किट, ₹1300 के पार पहुंचा भाव
देश में अभी राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Pran Pratishtha) कार्यक्रम, लक्षद्वीप (Lakshadweep) और वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट (Vibrant Gujarat) की खूब चर्चा हो रही है। शेयर बाजार में इन तीनों ही मुद्दों से कनेक्शन रखने वाले शेयरों में हलचल है। इसी माहौल की वजह से प्रवेग लिमिटेड के शेयर में भी हलचल देखने को मिल रही है।
मल्टीबैगर रिटर्न देने वाले इस शेयर ने आज यानी 10 जनवरी 2024 को 1300 रुपये के 52 वीक हाई को टच किया है। हालांकि, बाजार क्लोजिंग से पहले शेयर में मुनाफावसूली देखी गई और भाव 5 फीसदी गिरकर 1111 रुपये तक लुढ़क गया। बता दें कि सप्ताह के शुरुआती दो दिन-सोमवार और मंगलवार को इस शेयर में 20 फीसदी का अपर सर्किट लगा था।
कब कितना रिटर्न
शेयर ने पिछले पांच वर्षों में 54,000 प्रतिशत का तूफानी रिटर्न दिया है। बता दें कि जनवरी 2019 में शेयर की कीमत 2.40 रुपये थी। इसका मतलब हुआ कि जिस निवेशक ने इस शेयर में 10,000 रुपये का निवेश किया होगा, उसे अब 54 लाख रुपये से ज्यादा का मुनाफा हो चुका है। पिछले एक साल में स्टॉक में लगभग 330 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जबकि वर्ष 2024 में अब तक इसमें लगभग 75 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
कंपनी के बारे में
अहमदाबाद स्थित प्रवेग लिमिटेड की सक्रियता हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में है। कंपनी अयोध्या, कच्छ के रण, वाराणसी, दमन और दीव और सरदार सरोवा सहित कई स्थानों पर लक्जरी टेंट सिटी और लक्जरी रिसॉर्ट सर्विस का काम करती है। दिसंबर 2023 में प्रवेग ने घोषणा की कि उसे लक्षद्वीप के अगत्ती द्वीप में कम से कम 50 टेंटों के विकास, संचालन, मेंटेनेंस और मैनेजमेंट के लिए ऑर्डर मिले हैं। यह ऑर्डर तीन वर्ष की अवधि के लिए था जिसे अगले दो वर्षों तक बढ़ाया जा सकता था। शेयरहोल्डिंग पैटर्न देखें तो प्रमोटर के पास 54.53 फीसदी हिस्सेदारी है। पब्लिक शेयरहोल्डिंग 45.47 फीसदी की है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
इस शेयर पर नजर रखने वाले विश्लेषकों ने कहा कि प्रवेग जैसे स्टॉक सभी निवेशकों के लिए नहीं हैं और केवल बहुत अधिक जोखिम लेने की क्षमता वाले निवेशक भी दांव लगा सकते हैं। वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज के इक्विटी स्ट्रैटेजी के निदेशक क्रांति बथिनी ने कहा कि प्रवेग पर्यटन क्षेत्र के लाभार्थियों में से एक है। ऐसी कंपनियों में ऑपरेशन की लागत कम होती है और मार्जिन अधिक होता है।