23 दिसंबर को मोक्षदा एकादशी, इन राशि वालों की खुलेगी किस्मत, वृष वाले सावधान
मिथिलांचल में मोक्षदा एकादशी 23 दिसंबर को होगा. इसका अच्छा और बुरा प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा. इसपर पर विशेष जानकारी कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के PG ज्योतिष विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.कुणाल कुमार झा ने दी. उन्होंने कहा कि 12 राशि के जातकों में से तीन ऐसी राशि है, जिसके लिए कष्ट कारक साबित होगा. जिसमें वृषभ, कन्या और वृश्चिक राशि शामिल है. जिनके लिए शुभ कारक है उनके लिए मोक्षदा एकादशी नई ऊर्जा लेकर आएगी. लेकिन जिनके लिए अशुभ कारक है, वैसे जातकों को किस विधि से और किस देवी-देवताओं की पूजा करनी चाहिए, जिससे आने वाले कष्ट का निवारण हो. आइये जानते हैं…
कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के PG ज्योतिष विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.कुणाल कुमार झा बताते हैं कि मोक्षदा एकादशी इस बार 23 दिसंबर को मिथिला में मनाया जाएगा. इस बार मेष राशि वालों के लिए यह मोक्षदा एकादशी शुभ कारक है. क्योंकि बृहस्पति और चंद्रमा की ज्योति है. मेष में चंद्रमा है और बृहस्पति भी मेष में है. इसलिए मेष राशि के जातकों के लिए दांपत्य जीवन, संतान और भाग्य के अनुसार अनुकूलता प्रदान करेगी.
वृष, कन्या और वृश्चिक राशि वाले करें यह उपाय
वहीं प्रतिकूलता मतलब अशुभ कारक संयोग खासकर के वृश्चिक राशि के जातकों के लिए है, इसलिए उसे दिन थोड़ा सावधानी बरते. क्योंकि चंद्रमा और बृहस्पति का ज्योति तो है परंतु वह 12वें घर में बैठे हुए हैं. वृष राशि, कन्या राशि और वृश्चिक राशि के जातकों के लिए अशुभ कारक है. ऐसे में वृष राशि के जातकों को उसे दिन दुर्गा की आराधना करनी चाहिए. दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए.
वहीं कन्या राशि के जातकों को विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए. वृश्चिक राशि वालों के लिए वाल्मीकि रचित सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए. मोक्षदा एकादशी इस बार शनिवार 8:30 तक रहेगा.