महिलाओं में थायराइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन (TSH) लेवल हाई क्यों होता है? डॉक्टर से जानें इसके 5 कारण
महिलाओं में थायराइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन (TSH) का लेवल अगर कंट्रोल से बाहर रहता है, तो इसका उनके स्वास्थ्य पर गंभीर दुष्प्रभाव देखने को मिल सकता है।
टीएसएच के बहुत ही महत्वपूर्ण हार्मोन है, जो पिट्यूटरी ग्लैंड से रिलीज होती है। यह थायराइड ग्लैंड को दो महत्वपूर्ण हार्मोन बनाने और रिलीज करने के लिए ट्रिगर करता है- थायरोक्सिन (टी 4) और ट्राईआयोडोथायरोनिन (टी 3)। यह दोनों ही मेटाबॉलिज्म को दुरुस्त रखने और शरीर में अन्य हार्मोन्स के संतुलन को बनाए रखने में बहुत अहम भूमिका निभाते हैं। टीएसएच हार्मोन का स्तर अगर सामान्य से कम या ज्यादा होता है, तो इससे महिलाओं के शरीर में हार्मोन्स का संतुलन बिगड़ सकता है।
इससे महिलाओं की कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अनियमित पीरियड्स, पीरियड्स के दौरान ऐंठन, पीसीओएस, इनफर्टिलिटी और थायराइड आदि जैसी समस्याएं देखने को मिल सकती हैं। लेकिन आजकल महिलाओं में टीएसएच हार्मोन का स्तर बढ़ने की समस्या काफी देखने को मिल रही है, जो कि उनके स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है। लेकिन अक्सर महिलाएं ये सवाल पूछती हैं कि आखिर टीएसएच क्यों बढ़ता है। इस लेख में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं…..