नाश्ते में पराठा खाएं या नहीं, अगर आप भी हैं कंफ्यूज तो जान लीजिए क्या है सही
भारत में नाश्ते और पराठों का अनोखा और स्वादिष्ट रिश्ता है। ओट्स, पोहे, उपमा आदि के विकल्पों के बीच पराठों का आज भी अपना महत्व है। वहीं सर्दियों में गरमा गरम पराठों का मजा ही दोगुना हो जाता है। इस समय आलू, मूली, गोभी, मटर, मेथी, बथुआ आदि के पराठे बड़े ही चाव से बनाए और खाए जाते हैं। हालांकि कुछ लोगों का तर्क है कि पराठों में बहुत ज्यादा कैलोरी होती है, ऐसे में इन्हें खाना सेहतमंद नहीं है। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि पराठे नाश्ते का अच्छा विकल्प हैं और इन्हें खाने से दिनभर ऊर्जा बनी रहती हैं। ऐसे में कई लोग ब्रेकफास्ट में पराठे खाने को लेकर कंफ्यूज रहते हैं। चलिए आपकी इस दुविधा को आज हम हल करते हैं और जानते हैं कि नाश्ते में पराठा खाना सेहतमंद है या नहीं।
कितने पौष्टिक हैं पराठे
हेल्थ विशेषज्ञों के अनुसार नाश्ता दिनभर के भोजन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसका पौष्टिकता से भरपूर होना जरूरी है। ऐसे में पराठे नाश्ते का एक अच्छा विकल्प हैं। काब्र्स और फाइबर का अच्छा स्रोत होेने के कारण दिन की अच्छी शुरुआत करने के लिए पराठे नाश्ते में खाने चाहिए। इन्हें खाने से आपको दिन ऊर्जा महसूस होगी। हालांकि पराठों का चयन अपनी गतिविधियों और जरूरत के अनुसार करना चाहिए। जैसे दाल और पनीर के पराठे प्रोटीन का अच्छा स्रोत हैं। वहीं पालक, मेथी, बथुआ आदि से आयरन मिलता है।
कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी
हेल्थ विशेषज्ञों के अनुसार आप पराठे रोज खा सकते हैं, लेकिन रोज एक से पराठे न खाएं, इसके विकल्प बदलते रहें। किसी दिन आप सत्तू के पराठे खाएं तो किसी दिन सब्जियों के। आप दाल, पनीर, हरी पत्तेदार सब्जियों, मटर, गोभी आदि के पराठों का विकल्प अपने नाश्ते में शामिल करें। कभी-कभी सादा पराठा खाना भी अच्छा रहता है। अगर आप गेहूं की जगह मल्टीग्रेन आटे के पराठे बनाएंगे तो ये ज्यादा हेल्दी रहेंगे। इनसे न सिर्फ आपको ज्यादा फाइबर मिलेगा, बल्कि ये आपको ऊर्जा भी ज्यादा देंगे। मल्टीग्रेन आटे से आपका पाचन भी सुधरेगा।
इतने तेल में बनाएं पराठे
कुछ कोशिशें करके पराठों को और भी हेल्दी बनाया जा सकता है। सबसे जरूरी है इसमें कैलोरी का संतुलन बनाए रखना। सबसे जरूरी है कि पराठों में विभिन्न प्रकार की सब्जियां डालें, इससे इनका पोषण बढ़ेगा। अधिकांश लोग पराठे खाने से इसलिए बचते हैं, क्योंकि इन्हें बनाने में घी, तेल का उपयोग अधिक होता है। ऐसे में यह आवश्यक है कि हम पराठे बनाते समय इस बात का खास ध्यान रखें। ज्यादा घी, तेल का उपयोग करने से उसकी पौष्टिकता खत्म हो सकती है। साथ ही अत्यधिक कैलोरी शरीर में जाती है। ऐसे में इन्हें कम से कम तेल में ही बनाएं। दो पराठे बनाने के लिए करीब पांच मिलीलीटर तेल या घी का उपयोग करना अच्छा रहता है। पराठों में सभी मसालों के साथ ही हल्दी भी डालें, जिससे इनमें एंटीऑक्सीडेंट गुण बढ़ते हैं और सूजनरोधी गुण भी शामिल होते हैं। पराठों को दही के साथ खाना अच्छा रहता है। इससे आंतों को फायदा मिलता है।