बनारस की गंगा में पर्यटक रात 8.30 बजे के बाद नहीं कर सकेंगे नौका विहार, जानिए क्या है वजह!
दुनिया के सबसे पुराने शहर बनारस की खुबसूरती में खोने हर साल लाखों की संख्या में देश और विदेशों से पर्यटक यहां पहुंचते हैं। कुछ को बनारस के दशाश्वमेध घाट पर आध्यात्मिक शांति का अनुभव होता है तो कोई मणिकर्णिका घाट पर जीवन की सच्चाई से रू-ब-रू होता है।
निश्छल रूप से बह रही गंगा नदी को केंद्र कर बसे इस शहर में गंगा नदी खुद भी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होती है।
बनारस में घूमने आने वाले ज्यादातर पर्यटकों के लिए गंगा नदी में नाव में घूमना उनकी बकेट लिस्ट में शामिल होता है। खासतौर पर पर्यटक अहले सुबह उगते सूरज को देखना या फिर रात के अंधेरे में रोशनी से जगमगाते बनारस की खुबसूरती को निहारना पसंद करते हैं। लेकिन अब गंगा नदी में रात को 8.30 बजे के बाद पर्यटक नाव से नहीं घूम सकेंगे।
रात को 8.30 बजे के बाद गंगा नदी में नौका-विहार नहीं
हाल ही में प्रशासन की तरफ से बनारस में गंगा नदी में नौका-विहार (Boating) का समय निर्धारित कर दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार अब रात को 8.30 बजे के बाद वाराणसी में गंगा नदी में नौका विहार करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सैलानियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ही यह फैसला लिया गया है। बताया जाता है कि अगर कोई भी नाविक इस नियम का उल्लंघन करता हुआ पाया जाता है तो प्रशासन उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।
यहां तक कि उक्त नाविक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई या फिर उस पर FIR भी दर्ज किया जा सकता है। जानकारी के अनुसार प्रशासन द्वारा लिये गये इस फैसले के मद्देनजर गंगा नदी में अब पहले के मुकाबले निगरानी बढ़ा दी गयी है। सिर्फ इतना ही नहीं, गंगा घाटों पर अधिक संख्या में भी पुलिस कर्मियों को तैनात किया जा रहा है जो सभी नाविकों द्वारा नये नियम के पालन को सुनिश्चित कर सकें।
अचानक क्यों लिया गया फैसला?
गंगा नदी में सुबह या फिर शाम के समय नाव से घूमना बनारस के मुख्य आकर्षणों में से एक है। फिर अचानक इसे समय की पाबंदी में क्यों बांधा जा रहा है। इस बारे में बनारस के वाटर पुलिस-इन-चार्ज मिथिलेश यादव ने मीडिया को दिये अपने बयान में बताया कि हाल के दिनों में गंगा नदी में लोगों के डूबने की घटनाओं में इजाफा हुआ है। इसलिए लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए ही यह फैसला लिया गया है।
बताया जाता है कि इस नियम का पालन हर हाल में करवाने के लिए गंगा घाटों पर 4 टीम को तैनात किया जा रहा है। इसमें से 2 टीम नेशनल डिफेंस और रेस्क्यू फोर्स (NDRF) और जल पुलिस की दो टीम को तैनात किया जा रहा है। अगर कोई भी नाविक रात को 8.30 बजे के बाद अपनी नाव समेत नदी में तैरता हुआ पाया जाता है तो उसकी नाव को जब्त कर लिया जाएगा।