U 19 WC: दिल है टूटा, टूटे नहीं हम…मैदान पर फूट-फूटकर रोने पाकिस्तानी प्लेयर्स, हारकर भी जीत गए दिल
वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट के सेमीफाइनल मैच में अगर कोई टीम सिर्फ 179 रन पर ऑलआउट जाए तो उसकी हार लगभग तय मानी जाती है। मगर गुरुवार रात खेले गए ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच मुकाबले में इसका बिलकुल उलट देखने को मिला। पाकिस्तानी गेंदबाजों ने इतने छोटे से टोटल को डिफेंड करने में पूरी ताकत लगा दी। ऑस्ट्रेलिया को एक-एक रन के लिए संघर्ष करवाया। मैच आखिरी ओवर तक चला गया, जहां ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए तीन रन चाहिए थे तो पाकिस्तान फाइनल में पहुंचने से सिर्फ एक विकेट दूर था, लेकिन अंत में बाजी कंगारुओं के हाथ ही लगी। आखिरी ओवर की पहली बॉल पर जैसे ही चौका लगा, पाकिस्तानी खिलाड़ियों का दिल टूट गया। वह मैदान पर ही बिखर गए। युवा जांबाजों के आंखों से आंसू झर-झरकर बहने लगे। इतना शानदार कमबैक करने के बाद भी न जीत पाना वाकई निराश करता है। चलिए आपको ऐसी ही कुछ दिल तोड़ने वाली तस्वीरों के साथ-साथ मैच में आगे क्या हुआ यह बताते हैं।
पाकिस्तान के खिलाड़ी तेज गेंदबाज स्ट्रेकर (24 रन देकर छह विकेट) के आगे संघर्ष करते रहे जिससे टीम बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद महज 179 रन का स्कोर ही खड़ा पर पाई। अगर अराफात मिन्हास (52 रन) और अजान अवेस (52 रन) के अर्धशतक नहीं होते तो यह स्कोर और कम होता। ऑस्ट्रेलियाई टीम भी पाकिस्तानी गेंदबाजों के आगे जूझती दिखी लेकिन इसके बावजूद 49.1 ओवर में नौ विकेट पर 181 रन बनाकर फाइनल में पहुंचने में सफल रही।
इसमें डिक्सन (75 गेंद में 50 रन, पांच चौके) और ओलिवर पीके (75 गेंद में 49 रन, तीन चौके) की पारियों का अहम योगदान रहा। भारतीय टीम अपना नौवां फाइनल खेलेगी जबकि आस्ट्रेलिया का यह छठा फाइनल होगा। भारत ने रिकॉर्ड पांच खिताब जीते हैं जबकि ऑस्ट्रेलिया के नाम तीन ट्रॉफियां रही हैं। पिछली बार ऑस्ट्रेलिया ने 2010 में यह ट्रॉफी पाकिस्तान को हराकर जीती थी। पाकिस्तानी गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को हर रन के लिए मेहनत कराई।