UN और ईरान का साथ देने वालों पर भड़का इजराइली अधिकारी, भारत से रहा है खास नाता

ईरान और इजराइल के बीच तनाव चरम पर है. दोनों देशों में वार-पलटवार का दौर चल रहा है. इस बीच, भारत में इजराइल के पूर्व राजदूत डैनियल कार्मन ने भारत को लेकर बयान दिया है. उन्होंने बताया कि भारत इजराइल के लिए कितना महत्वपूर्ण है. साथ ही उन्होंने ये बताया कि 1 अक्टूबर को ईरान के हमले के वक्त इजराइल में क्या माहौल था.
डैनियल कार्मन ने कहा कि भारत इजराइल का रणनीतिक साझेदार है. भारत के साथ हमारे अच्छे द्विपक्षीय संबंध हैं. पूर्व राजदूत ने कहा कि मेरा मानना ​​​​है कि भारत को स्थिति का बहुत बारीकी से पालन करना चाहिए, क्योंकि यह भारत के साथ भी जुड़ा हुआ है. भारत खाड़ी देशों के बहुत करीब है, बहुत महत्वपूर्ण सहयोगी है.
संयुक्त राष्ट्र पर क्या बोले?
डैनियल कार्मन ने आगे कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र हमारे क्षेत्रों में बहुत सक्रिय है, खासकर गाजा और वेस्ट बैंक में. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने एक पक्ष लिया है. हमें लगता है सदस्य देश होने के नाते ये सही नहीं है. वो उचित तरीके से काम नहीं कर रहा है. मुझे महासचिव द्वारा गाजा में मानवीय स्थिति का मुद्दा उठाने से कोई समस्या नहीं है. उन्हें यह करना चाहिए, यह उनका काम है, वह इसे नजरअंदाज नहीं कर सकते, वह कोई घोषणा नहीं कर सकते और 1 अक्टूबर को भयानक हमले में ईरान का उल्लेख करना नहीं भूल सकते. उन्हें बहुत सतर्क और राजनीतिक रूप से सही होने की आवश्यकता है. हम उनसे निराश हैं.’
डैनियल कार्मन के मुताबिक, इजराइल को सात मोर्चों का सामना करना पड़ रहा है . हूती, इराक, वेस्ट बैंक, सीरिया, हमास, हिजबुल्लाह और ईरान. यह एक असंभव स्थिति है, लेकिन हम प्रबल हैं क्योंकि हमारे पास क्षमताएं हैं. उन्होंने कहा कि हमारे पास एक बहुत अच्छी सेना, रक्षा प्रणाली, वायु रक्षा प्रणाली और साझेदार हैं जिन्होंने हमारी मदद की. मुझे उन देशों की एक सूची मिली जो ईरान का समर्थन कर रहे हैं – तुर्की, रूस, चीन, लेबनान, यमन ये ईरान के नेतृत्व में ‘बुराइयों की धुरी’ हैं और जिसमें हमास और हिजबुल्लाह भी शामिल हैं.
‘दो घंटे तक शेल्टर में रहे’
इजराइल के पूर्व राजदूत ने कहा कि हम दो घंटे तक बम शेल्टर में बंद रहे, टीवी पर खबर आ रही थी. इजराइल की पूरी आबादी 1 अक्टूबर की रात दो घंटे तक शेल्टर में थी, यह अविश्वसनीय और असंभव है.ये इतिहास का सबसे बड़ा बैलिस्टिक और मिसाइल हमला था. सौभाग्य से हमारे पास तीन से चार लेयर वाली एक वायु रक्षा प्रणाली है. यहां और वहां आप थोड़ा नुकसान देख सकते हैं, लेकिन एक फिलिस्तीनी कार्यकर्ता को छोड़कर कोई वास्तविक क्षति या जीवन की हानि नहीं है.
उन्होंने आगे कहा कि शहर सामान्य दिखता है, जैसे कि कुछ भी नहीं हुआ है लेकिन अंदर ही अंदर हम चिंतित हैं. हमें यकीन नहीं है कि हूती, हिजबुल्लाह, हमास, ईरान या इराक नई मिसाइलें लॉन्च करेंगे या नहीं. स्थिति बहुत जटिल है और हम बहुत चिंतित हैं लेकिन एक बात के बारे में मैं बहुत स्पष्ट हूं. ईरान ने जो किया है उसे उसकी कीमत चुकानी पड़ेगी.

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