UNSC में भारत की स्थायी सदस्यता का फ्रांस ने फिर किया समर्थन, इन देशों का भी लिया नाम

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन किया है. UN जनरल असेंबली में बोलते हुए मैक्रों ने कहा है कि UNSC को अधिक प्रभावी बनाने की जरूरत है, इसके लिए उन्होंने भारत समेत ब्राजील, जापान, जर्मनी और दो अफ्रीकी देशों की उम्मीदवारी का समर्थन किया.
इससे पहले अमेरिका में हुए क्वाड समिट के दौरान क्वाड देशों ने भी UNSC में सुधार का समर्थन किया था. साथ ही प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के दौरान जो बाइडेन ने कहा था कि अमेरिका संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन करेगा.
मैक्रों ने UNGA में क्या कहा?
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने UNGA में कहा है कि संयुक्त राष्ट्र को और अधिक कुशल बनाने की जरूरत है. इसके लिए प्रतिनिधियों की संख्या बढ़ानी होगी, उन्होंने कहा कि फ्रांस इस वैश्विक निकाय के विस्तार का समर्थन करता है. संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र को संबोधित करते हुए मैक्रों ने कहा कि वह भारत, ब्राजील, जर्मनी और जापान को UNSC की स्थायी सदस्यता मिलनी चाहिए, साथ ही अफ्रीकी देशों का प्रतिनिधित्व तय करने के लिए वहां के दो देशों को भी शामिल करना चाहिए.
लंबे समय से सुधार की मांग कर रहा भारत
दरअसल भारत लंबे समय से UNSC में सुधार और एशियाई, अफ्रीकी देशों की भागीदारी बढ़ाने की मांग करता रहा है. लेकिन चीन के अड़ियल रवैये के चलते ऐसा नहीं हो पा रहा था. UNSC संयुक्त राष्ट्र के 6 प्रमुख अंगों में से एक है, इसमें 5 स्थायी और 10 अस्थायी सदस्य हैं. स्थायी सदस्यों को ‘P5’ के नाम से भी जाना जाता है, इनके पास वीटो पावर भी होता है. वहीं अस्थायी सदस्य हर दो साल में बदलते रहते हैं.
UNSC में किसी भी मुद्दे पर फैसले के लिए 15 में से 9 सदस्यों की मंजूरी जरूरी होती है, लेकिन स्थायी सदस्यों में से अगर कोई एक अपने वीटो पावर का इस्तेमाल करता है तो वह प्रस्ताव/फैसला खारिज हो जाता है.
UNSC के लिए भारत की दावेदारी में है दम
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनने के लिए भारत की दावेदारी प्रबल है. भारत विश्व में तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है. भारत का बाजार बड़े-बड़े देशों को निवेश के लिए आकर्षित कर रहा है, इसके अलावा भारत दुनिया की 17 फीसदी आबादी का नेतृत्व करता है. भारत UN के संस्थापक सदस्यों में से एक है और संयुक्त राष्ट्र के पीस मिशन में भारत का हमेशा बड़ा योगदान रहा है. भारत एक परमाणु शक्ति संपन्न देश और बीते कुछ सालों में ग्लोबल लीडर के तौर पर भारत की उभरती छवि को नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता है.
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