UP: जुआ में हारने के बाद थमाए नकली नोट, रार में कर लिया प्रॉपर्टी डीलर का अपहरण; आरोपियों ने उगले कई राज
मथुरा में जुआ में हारने के बाद नकली नोट थमा दिए। इसी रार में प्रॉपर्टी डीलर का अपहरण कर लिया। आरोपियों ने पूछताछ में कई राज उगले।
उत्तर प्रदेश के मथुरा में बृहस्पतिवार शाम प्रॉपर्टी डीलर केके अग्रवाल के अपहरण के पीछे का राज शनिवार को आरोपियों ने उगला। उन्होंने बताया कि वह केके अग्रवाल संग चौकड़ी जुआ खेल रहे थे। उसमें 3.50 लाख रुपये की हार पर केके अग्रवाल पुलिस का भय दिखाकर उन्हें असली नोटों के बीच में नकली नोट (चिल्ड्रन बैंक ऑफ इंडिया के नाम से बच्चों के खेलने वाले नोट) थमाकर भाग गया था। बबलू के जरिये उसे बुलाया। पैसे उगाने के लिए कार में डालकर ले गए थे। मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के नया बस अड्डा के पास का है।
एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने शनिवार को पुलिस लाइन स्थित सभागार में प्रेसवार्ता करते हुए बताया कि केके अग्रवाल (सिंघल) व अपहरणकर्ता काला उर्फ खुर्शीद पूर्व से परिचित है। इन लोगों का आपस में जुए के रुपयों के लेनदेन का विवाद प्रकाश में आया है।
रेलवे रोड माल गोदाम के पास से गिरफ्तार
काला के साथ ही गिरफ्तार जुनैद उर्फ वकील निवासी गांव आकेडा, गुहाना, नूंह, हरियाणा को शुक्रवार शाम रेलवे रोड माल गोदाम के पास से गिरफ्तार किया गया था। इनके कब्जे से केके अग्रवाल को छुड़ाया था। दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है।
अपहरण में शामिल इनके साथी फुरखान निवासी गांव आकेडा, गुहाना, नूंह, हरियाणा और इसी के गांव के आरिफ व केके अग्रवाल के कारोबारी साझेदार एवं अपहरण का सूचनादाता बबलू उर्फ हरीश कौशिक निवासी पुष्पांजली, हाईवे की तलाश जारी है।
पुलिस के फेंके जाल में फंस गए अपहरणकर्ता
पुलिस ने इस प्रकरण में अपहरणकर्ताओं को पकड़ने के लिए लालच का जाल फेंका, जिसमें वह फंस गए और पुलिस ने दबोच लिया। इंस्पेक्टर रवि त्यागी, छोटेलाल और स्वाट प्रभारी अभय शर्मा को जैसे ही लेनदेन के विवाद और केके अग्रवाल की पत्नी को 3.50 लाख रुपये की मांग संबंधी फोन आने की बात पता लगी।
बैंक खाते से ट्रांसफर कर दी जाएगी
उन्होंने केके अग्रवाल की पत्नी के जरिये कहलवाया कि उनके पास रकम नकद में नहीं है। बैंक खाते से ट्रांसफर कर दी जाएगी। लालच में आरोपी फंस गए और क्यूआर कोड भेज दिया। इस कोड को पुलिस ने ट्रेस करते हुए आरोपियों की कुंडली निकाल ली। खाते में दो लाख रुपये भी ट्रांसफर कराए। ताकि आरोपियों को शक न हो।
इसके बाद उनको डेढ़ लाख रुपये कैश देने की बात कहकर बुलाया। इसके बाद आरोपी दबोच लिए गए। पुलिस ने बैंक खाते में भेजी दो लाख रुपये की धनराशि को फ्रीज कराते हुए बतौर साक्ष्य इस ट्रांजेक्शन को मुकदमे में शामिल किया है।