UP News : अब गांव में ही मिलेंगी 243 प्रकार की खास सेवाएं, सीएम योगी ने किया बड़ा ऐलान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ग्राम सचिवालय में कम्प्यूटर दिए गए हैं और वाईफाई की सुविधा है। इससे 243 प्रकार की सेवाएं ग्रामीणों को मिलेंगी। इससे ग्रामीणों को कहीं जाने की जरूरत नहीं होगी।
गांव के विकास कार्यों में पारदर्शिता लानी है। सभी भुगतान को पारदर्शी तरीके से करने के लिए फाइनेंसियल मैनजेमेंट सुविधा का उपयोग करना है। स्मार्ट पंचायत की परिकल्पना को साकार करना है।
ढांचागत व्यवस्था सड़क पेयजल, शिक्षा, खेलकूद की व्यवस्था करनी है। हर ग्राम पंचायत में यह सब हो सकता है। जनभागीदारी के माध्यम से इसे आगे बढ़ाया जा सकता है।
सीएम योगी गुरुवार को लखनऊ में पंचायती राज विभाग की कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश की 58 हजार ग्राम पंचायत यूपी में हैं और देश की ग्रामीण पँचायत का 23 फीसदी यूपी में है। हमें इनका विकास करते हुए आत्मनिर्भर बनाकर स्मार्ट विलेज़ करना है।
हमें डिजिटल इंडिया का उपयोग करते हुए काम करना है। जीडीपी में ग्रोथ करनी है तो हाई स्पीड इंटरनेट की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। अभी यूपी में करीब 32 फीसदी ही इंटरनेट और वाईफाई की सुविधा का उपयोग कर रहे हैं।
प्रदेश में 4600 स्वास्थ्य केंद्र हैं और 2017 से पहले यहां डॉक्टर नहीं थे। हमने यहां डॉक्टर दिए। केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को हम निचले स्तर तक पहुंचा पा रहे हैं।
हमने आरोग्य मेले की शुरुआत कराई है। कैसे हम तकनीक को अपना सकते हैं। हमने हेल्थ एटीएम की सुविधा शुरू कराने का काम किया है। टेली कंसल्टेंसी के माध्यम से हम इसका लाभ ले सकते हैं। यूपी में हमने ये करके दिखाया है।
जनभागीदारी के मध्यम से हम यह काम कर रहे हैं। ग्राम पंचायत में ग्रामीण सचिवालय बनाया है। सभी 58 हजार पंचायत में यह काम किया गया है। पँचायत सचिव तैनात किए गए हैं। बीसी सखी की सुविधा दी गई है। जिससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को योजनाओं का लाभ मिलने में मदद मिल सके।
सीएम योगी ने कहा कि हर गांव में बेहतर कनेक्टिविटी हो, डिजिटल इंडिया का भरपूर उपयोग हो, शौचालय हों स्ट्रीट लाइट हों यह काम करके हमने दिखाया है।
आज हर जगह स्वच्छता है। अब कहीं कोई खुले में शौच के लिए नहीं जाता है। ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से लोगों को सुविधा दी जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंसेफेलाइटिस से पूर्वी यूपी में लोगो को बचाने का काम किया गया है। इसमें हमने अच्छी सफलता पाई है।
कहा कि हर ग्राम पंचायत में अमृत सरोवर बनाए जा रहे हैं। गांव के जलस्तर को बढ़ाने में मदद मिलेगी। ग्राम पंचायत में अतिरिक्त जमीन होती है तो कैसे उसका उपयोग करते हुए बेहतर काम कर सकते हैं। हर घर जल योजना को आगे बढाने में पंचायत को स्वयं जिम्मेदारी लेनी होगी। इसको सफल करने में हर ग्राम पंचायत को आगे आकर काम करना होगा।
कहा कि बुन्देलखण्ड में ‘बलिनि मिल्क प्रोड्यूसर’ महिलाओं के स्वयं सहायता का उदाहरण है। हर ग्राम पंचायतों में संभावनाएं हैं,गौआश्रय स्थल, बॉयो फ्यूल के साथ खुद को जोड़ सकते हैं,
ग्रीन एनर्जी,सोलर एनर्जी से जुड़ सकते हैं, लेकिन इसके लिए स्वतः प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि जनशिकायत का त्वरित निस्तारण के लिए पंचायत सहायक को बीएलई के साथ जोड़ा गया है।