UPSC चेयरमैन के इस्तीफे पर मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी सरकार पर कसा तंज, कही ये बात

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के अध्यक्ष मनोज सोनी के इस्तीफे और आइएएस ट्रेनी पूजा खेडकर विवाद के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने आरोप लगाया है कि भाजपा और आरएसएस भारत के संवैधानिक निकायों पर कब्जा कर रखा है और उनकी स्वायत्तता को नुकसान पहुंचा रहे हैं.
मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल साइट्स एक्स पर ट्वीट किया कि भाजपा-आरएसएस भारत के संवैधानिक निकायों पर संस्थागत कब्जा करने में व्यवस्थित रूप से लगे हुए हैं, जिससे उनकी प्रतिष्ठा, अखंडता और स्वायत्तता को नुकसान पहुंच रहा है.
उन्होंने कहा कि यूपीएससी में हुए कई घोटाले राष्ट्रीय चिंता का विषय है. पीएम मोदी और उनके कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्री को अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए. जाति और चिकित्सा प्रमाण पत्र में फर्जीवाड़ा करने वाले अयोग्य व्यक्तियों के कई मामलों ने एक ‘पूर्णतया सुरक्षित’ प्रणाली को धोखा दिया है.
कई घोटाले राष्ट्रीय चिंता का विषयः खरगे
उन्होंने कहा कि यह एससी, एसटी, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस उम्मीदवारों सहित लाखों उम्मीदवारों की वास्तविक आकांक्षाओं का सीधा अपमान है, जो सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी में कड़ी मेहनत करते हैं.

BJP-RSS is systematically indulging in an institutional takeover of India’s Constitutional bodies, thereby damaging their reputation, integrity and autonomy!
1⃣The multiple scandals that have plagued the UPSC is a cause of national concern.
PM Modi and his Minister of pic.twitter.com/uBFVXurrSX
— Mallikarjun Kharge (@kharge) July 20, 2024

मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि यह परेशान करने वाला है कि यूपीएससी अध्यक्ष ने अपने कार्यकाल समाप्त होने से पांच साल पहले ही इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे को एक महीने तक गुप्त क्यों रखा गया?
क्या घोटालों और इस्तीफे के बीच कोई संबंध है?
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के इस ‘नीली आंखों वाले रत्न’ को गुजरात से लाकर यूपीएससी का अध्यक्ष बनाया गया. सरदार वल्लभभाई पटेल ने सिविल सेवकों को ‘भारत का स्टील फ्रेम’ कहा था, लेकिन मोदी सरकार के शासन के हर पहलू को नियंत्रित करने के हताश प्रयास ने उसमें छेद कर दिया है. इसकी उच्चतम स्तर पर गहन जांच की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में यूपीएससी प्रवेश में धोखाधड़ी के ऐसे मामले न हो.
बता दें कि इसके पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी यूपीएससी परीक्षा की प्रक्रिया पर सवाल उठाया था और कहा था कि जिस तरह से जाति प्रमाणपत्र को लेकर धांधली हो रही है. उससे अभ्यर्थियों पर दवाब पड़ रहा है.

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