US Elections 2024: ट्रंप से टक्कर में बाइडेन के बदले कमला हैरिस बनीं उम्मीदवार तो क्या होगा भारतीयों का रुख?

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की गहमागहमी तेज हो चुकी है. वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन के रुख और ताजा बयानों ने सरगर्मी और बढ़ा दी है. डेमोक्रेट्स नेताओं और कार्यकर्ताओं में बाइडेन ने अपने बयानों से नया जोश भरने का काम किया है. उन्होंने पूरे दमखम के साथ ऐलान कर दिया कि वो रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को सत्ता में आने से रोकने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. पिछले चुनाव की तरह इस बार भी वो ट्र्ंप को हरा देंगे. इससे पहले जो बाइडेन की उम्मीदवारी पर संशय था. उनके परिवार के सदस्यों के समेत पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी उनके सम्मानपूर्वक एग्जिट प्लान पर सहमति जताई थी. तब ऐसा कयास लगाया जा रहा था कि बाइडेन के बदले मौजूदा वाइस प्रेसिडेंट कमला हैरिस डेमोक्रेट की राष्ट्रपति उम्मीदवार हो सकती हैं. क्योंकि ज्यादातर सर्वे में बाइडेन के बाद कमला को ही सबसे अधिक लोकप्रियता हासिल है. हालांकि ये कह पाना जरा मुश्किल है कि उन्होंने अपनी उम्मीदवारी को लेकर ये बयान दिया या कमला को लेकर ऐसा कहा. क्योंकि एशिया-अफ्रीका मूल के वोटर्स के बीच कमला भी खासी लोकप्रिय हैं.
हालिया सर्वे और कवरेज में कई मोर्चे पर बाइडेन ट्रंप से पीछे होते जा रहे हैं. सबसे पहला तो ये कि अमेरिकी युद्ध से मुक्ति चाहते हैं. इराक और तालिबान युद्ध से लेकर रूस-यूक्रेन युद्ध तक अमेरिका इसकी कीमत चुका रहा है. मानवाधिकार और लोकतंत्र की रक्षा बाइडेन की पार्टी की अपनी नीति है, और इसके लिए डेमोक्रेट्स बखूबी जाने जाते हैं लेकिन अमेरिकी युद्ध का खत्मा भी चाहते हैं. इस मोर्चे पर बाइडेन के मुकाबले लोग ट्रंप को बेहतर मानते हैं. उन्होंने जेलेंस्की से बात करके भी अपना इरादा जता दिया है. तो वहीं जानलेवा हमले के बाद डोनाल्ड के प्रति अमेरिकियों में सहानुभूति घनीभूत होने लगी. इन सभी हालात ने बाइडेन की चुनौती बढ़ा दी. लिहाजा पार्टी हितैषियों ने उनके सामने एग्जिट प्लान रखा ताकि उम्मीदवारी बदलने से ट्रंप की चुनौती कम हो. ऐसे में दूसरा सबसे मजबूत नाम कमला हैरिस का सामने आया.
कमला हैरिस की लोकप्रियता बढ़ी
एपी-एनओआरसी सेंटर फॉर पब्लिक अफेयर्स रिसर्च ने इस संबंध में एक सर्वेक्षण किया. इस सर्वे के मुताबिक 10 में से 6 डेमोक्रेट्स का मानना है कि कमला हैरिस इन सभी मोर्चे पर बेहतर काम कर सकेंगी. कुल 8 डेमोक्रेट्स नेताओं में कमला सबसे अव्वल आईं. उनका महिला होना सबसे बड़ा सकारात्मक पहलू साबित हुआ है. सर्वे के मुताबिक 10 में से केवल 2 ही ऐसा सोचते हैं कि कमला हैरिस अच्छा काम नहीं कर सकतीं. 27 जून की बहस के बाद जब बाइडेन की लोकप्रियता जिस तरह से नीचे गिरी, उसके बाद तो कमला हैरिस की उम्मीदवारी के लिए जोर-शोर से माहौल बनाया जाने लगा. डेमोक्रेट्स में करीब तीन चौथाई लोग हैरिस के प्रति अपना सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं.
उप राष्ट्रपति कमला हैरिस गोरों की तुलना में ब्लैक अमेरिकियों के बीच काफी लोकप्रिय हैं. महिलाओं के बीच भी वह काफी सराही जाती हैं. 8 से 10 जुलाई के बीच सर्वे यूएसए के ताजा आंकड़ों के मुताबिक बाइडेन अगर ट्रंप से मुकाबले के लिए सबसे अधिक उपयुक्त हैं तो कमला हैरिस भी उन्हें कड़ी टक्कर दे सकने में सक्षम हैं. रायटर्स के सर्वे में तो ये भी बताया गया है कि कमला हैरिस ट्रंप की लोकप्रियता के करीब हैं. अगर 47 फीसदी मतदाता ट्रंप को पसंद करते हैं तो 45 फीसदी मतदाता कमला हैरिस को. महिलाएं उनको 50 फीसदी पसंद करती हैं जबकि बाइडेन को 44 फीसदी. रायटर्स के सर्वे में कमला हैरिस ट्रंप से महज एक फीसदी ही पीछे हैं.
ट्रंप या कमला- क्या चाहेंगे भारतीय?
इसमें कोई दो राय नहीं कि डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में भारत-अमेरिका के रिश्ते पहले के मुकाबले बेहतर हुए हैं. ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी को अपना सबसे प्रिय दोस्त बताया है और पीएम मोदी ने भी ट्रंप को लेकर इन्हीं शब्दों में बधाई दी है. ट्रंप का राष्ट्रपति बनना मौजूदा दौर में दक्षिण एशिया में भारत की मजबूत बढ़त अवश्यंभावी है. पाकिस्तान ही नहीं बल्कि चीन को लेकर भी ट्रंप की अपनी दो टूक नीति है. उन्होंने कोरोना को चीनी वायरस कहा था. ट्रंप रूस को भी पसंद नहीं करते. पुतिन उनके लिए तानाशाह हैं. हालांकि भारत इन मोर्चों पर हमेशा तटस्थ रुख अपनाता है इसके बावजूद मोदी और ट्रंप की दोस्ती के लिहाज से भारत-अमेरिका संबंध एक नये युग में जा पहुंचा था.
ऐसे में तमाम भारतीयों की संवेदना ट्रंप के साथ जुड़ती है और लोग चाहते हैं कि भारतीय-अमेरिकी मतदाता भी उनकी आकांक्षा के अनुरूप ट्रंप को ही वोट करें. लेकिन बाइडेन के बदले डेमोक्रेट्स में अगर कमला हैरिस की उम्मीदवारी पर सहमति बन जाती है तो ऐसे में भारतीयों का रुख क्या होगा? ये देखने वाली बात होगी. भारत के अंदर भी लोग किसके प्रति अपना समर्थन जाहिर करते हैं, ये देखना दिलचस्प होगा. सवाल अहम क्या तब भी ट्रंप के प्रति समर्थन बना रहेगा या कमला हैरिस सहानुभूति की लहर लूट ले जाएंगीं. हाल के सालों में ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के प्रति भारतीयों में जिस तरह का जोश देखने को मिला, वैसा ही उत्साह कमला को लेकर देखा जा सकता है.
ज्यादातर भारतीय वोटर्स डेमोक्रेट्स समर्थक
हालांकि कमला हैरिस की परिस्थिति ऋषि सुनक से कुछ मामलों में अलग हैं. उनके साथ कई और भी सकारात्मक पहलू जुड़ते हैं. वह महिला हैं, अश्वेत हैं, एशियाई मूल की हैं. इन श्रेणियों में से कोई भी अमेरिका का राष्ट्रपति नहीं बना. कमला अगर प्रेसिडेंट चुनाव जीतती हैं तो अमेरिकी में पहली बार किसी महिला को यह पद मिलेगा. इस लिहाज से भी कमला के प्रति समर्थन अधिक हैं. दूसरी खास बात ये कि अमेरिका में बसे भारतीयों में ज्यादातर डेमोक्रेट के वोटर्स रहे हैं, ऐसे में उनके प्रति समर्थन अधिक रहने की संभावना है. 2020 के एक सर्वेक्षण के मुताबिक 72 फीसदी भारतीय अमेरिकी वोटर्स ने डेमोक्रेट के बाइडेन को वोट किया था, जबकि रिपब्लिकन के ट्रंप को केवल 22 फीसदी.

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