‘हम कांग्रेस मुक्त भारत चाहते थे, लेकिन पूरा विपक्ष सदन मुक्त होना चाहता है’, निशिकांत दुबे का हमला
गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे आज देवघर पहुंचते ही एक बड़ा बयान दिया है. सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि हम कांग्रेस मुक्त भारत चाहते थे, लेकिन पूरा विपक्ष सदन मुक्त होना चाहता है और इसीलिए ऐसे सवाल कर रहा है ताकि वे सदन में बने भी रहे और कोई काम भी ना करें. सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि पूरा विपक्ष यह जानता है कि अगले 3 महीने में लोकसभा का चुनाव है और यह जीत कर नहीं आने वाले हैं. ऐसे में यह सदन में बने रहना चाहते हैं और काम भी नहीं करना चाहते हैं.
बीजेपी सांसद ने कहा कि विपक्ष वैसे मुद्दों को लेकर हंगामा खड़ा कर रहा है, जिसका कोई औचित्य नहीं है. इसके अलावा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आजाद भारत में पैदा हुए हैं. यह देश के पहले प्रधानमंत्री हैं, जो आजाद भारत में जन्म लेकर प्रधानमंत्री बने हैं. इनकी सोच इसलिए भारत की संप्रभुता और अखंडता को बनाए रखने के लिए कटिबंध है.
बता दें कि अगले साल 2024 में लोकसभा चुनाव प्रस्तावित है. पीएम मोदी ने दावा किया है कि इस बार भी चुनाव में बीजेपी की जीत होगी और बीजेपी जीत की हैट्रिक बनाएगी. बीजेपी ने अभी से चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है.
विपक्ष के पास नहीं है कोई मुद्दा
सांसद ने कहा कि इसी मानसिकता के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. अंग्रेज शासन के हर वह कानून को बदलना चाहते हैं या उनके प्रतीक चिन्ह को बदलना चाहते हैं जो हमें गुलामी की दास्तान की याद दिलाते हैं.सांसद ने यह भी कहा कि अब विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं रह गया है. इसलिए मुद्दे की तलाश में इस तरह की बयानबाजी और हंगामा खड़ा किया जा रहा है.
इससे पहले निशिकांत दुबे ने संसद में सुरक्षा चूक की पिछली घटनाओं को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा था. भाजपा सांसद ने कहा था कि सबसे पुरानी पार्टी 13 दिसंबर की लोकसभा सुरक्षा उल्लंघन का राजनीतिकरण कर रही है.
निशिकांत ने विपक्ष पर बोला हमला
सुरक्षा उल्लंघन के एक दिन बाद विपक्ष के हंगामा के बाद दोनों सदनों से विपक्ष के 146 सांसदों को निलंबित कर दिया गया था. इसे लेकर विपक्ष ने सदन में काफी हंगामा किया था.
उन्होंने कहा था कि 13 दिसंबर, 2023 की घटना से पहले भी संसद में कई घटनाएं हुई थीं, जिनमें आगंतुकों द्वारा पिस्तौल लाना, नारेबाज़ी में शामिल होना, दर्शकों का गैलरी से कूदना और यहां तक कि कुछ सांसदों द्वारा संसद के अंदर मिर्च स्प्रे लाने का उल्लेख भी शामिल है. उन्होंने कांग्रेस और विपक्ष पर हमला बोला था.