आखिर क्या हुआ बिहार के लाल को? ईशान ने राहुल द्रविड़ और BCCI को फिर दिखाया ठेंगा, रणजी मैच से रहे गायब
झारखंड की टीम रणजी ट्रॉफी 2024 के आखिरी लीग मुकाबले में राजस्थान के खिलाफ खेलने उतरी. इस मुकाबले में हर किसी की नजर थी कि ईशान किशन खेलेंगे या नहीं? किशन इस मुकाबले में नहीं खेले, उनकी जगह विकेटकीपिंग का जिम्मा कुमार कुशाग्र ने संभाला. छह मैच में केवल एक जीत से 10 अंक जुटाने वाला झारखंड अंतिम दौर में घरेलू मैदान पर राजस्थान से खेल रहा है. इस मुकाबले में टीम को किशन की बेहद जरूरत थी लेकिन भारतीय बैटर गायब रहा. झारखंड की टीम पहले दिन पहली पारी में सिर्फ 188 रन पर सिमट गई. राजस्थान ने दिन का खेल समाप्त होने तक दो विकेट खोकर 79 रन बना लिए हैं.
ईशान का यह कदम भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) और राहुल द्रविड़ को पसंद नहीं आएगा. ईशान के फर्स्ट क्लास क्रिकेट नहीं खेलने और सिर्फ आईपीएल पर ध्यान केंद्रित करने के कारण बीसीसीआई को खिलाड़ियों के इस लुभावनी लीग की नीलामी में हिस्सा लेने का पात्र होने के लिए न्यूनतम रणजी ट्रॉफी मैचों में खेलना अनिवार्य करने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
ईशान जिस तरह से ‘यात्रा की थकान’ का हवाला देकर राष्ट्रीय टीम के दक्षिण अफ्रीका दौरे के बीच से लौटने के बाद से लगतार मैचों से बाहर रहे है, उससे भारतीय क्रिकेट के अधिकारी खुश नहीं है. किशन ने अपना आखिरी क्रिकेट मुकाबला करीब दो महीने पहले भारत की तरफ से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था ।
ईशान किशन के रणजी से गायब रहने पर लोकल 18 ने एक फरवरी को खबर की थी. इसके बाद पता चला कि वह मुंबई इंडियंस के अपने नए कप्तान हार्दिक पंड्या के साथ बड़ौदा में ट्रेनिंग कर रहे थे जबकि उनकी राज्य की टीम रणजी ट्रॉफी में ग्रुप ए तालिका में निचले पायदान पर थी.
ईशान किशन के रणजी से गायब रहने पर लोकल 18 ने एक फरवरी को खबर की थी. इसके बाद पता चला कि वह मुंबई इंडियंस के अपने नए कप्तान हार्दिक पंड्या के साथ बड़ौदा में ट्रेनिंग कर रहे थे जबकि उनकी राज्य की टीम रणजी ट्रॉफी में ग्रुप ए तालिका में निचले पायदान पर थी.
भारतीय टीम थिंक-टैंक के एक वरिष्ठ सदस्य ने ईशान किशन को टेस्ट टीम में वापसी के लिए रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए कहा था लेकिन उन्होंने कहा कि वह अपने खेल के ‘कुछ तकनीकी पहलुओं पर काम कर रहे हैं’ और लाल गेंद के क्रिकेट के लिए तैयार नहीं हैं. ईशान मुंबई के डीवाई पाटिल टी20 टूर्नामेंट में अपने नियोक्ता भारतीय रिजर्व बैंक के साथ प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी की तैयारी कर रहे हैं.
बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने किशन के मामले में कुछ दिनों पहले कहा था, ‘‘बीसीसीआई के नीति निर्धारक इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं की कुछ खिलाड़ी लाल गेंद की क्रिकेट में नहीं खेलना चाहते हैं. अगर वह भारतीय टीम से बाहर हैं तो वह मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट के कुछ मैच में खेलकर उसके बाद फर्स्ट क्लास सीजन के दौरान अपनी राज्य की टीम से नहीं जुड़ते हैं.’’