Prabhasakshi Exclusive: Israel-Hamas संघर्ष के ताजा हालात क्या हैं? क्या अंतरराष्ट्रीय दबाव के आगे झुकेगा इजराइल?
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क के खास कार्यक्रम शौर्य पथ में इस सप्ताह हमने ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) से जानना चाहा कि इजराइल-हमास संघर्ष के ताजा हालात क्या हैं? हमने जानना चाहा कि क्या जिस तरह हमास के आतंकियों का सफाया हो रहा है उसको देखते हुए संघर्षविराम की कोई उम्मीद आपको नजर आती है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि इजराइल जिस तरह हमास को खत्म करने के जुनून में गाजा में मानवता के खिलाफ काम कर रहा है उसको देखते हुए पूरी दुनिया में उसके प्रति नाराजगी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि इजराइल के समर्थन में जो देश शुरू में खड़े भी थे अब उनके सुर भी धीमे पड़ गये हैं क्योंकि जिस तरह गाजा में जानमाल की बर्बादी हो रही है वह एक बड़ी त्रासदी है। उन्होंने कहा कि हमास के बड़े कमांडरों को जिस तरह लगातार खत्म किया जा रहा है उससे ईरान भी अपनी रणनीति बदल रहा है।
ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने जो घोषणा की है वह दर्शा रही है कि संघर्षविराम की कोई संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि इजराइल के रक्षा मंत्री ने युद्ध के अगले चरण के लिए अपनी योजनाओं और भविष्य की व्यवस्था के बारे में अपने दृष्टिकोण को रेखांकित किया है जिसके तहत संपूर्ण इजरायली सुरक्षा नियंत्रण के तहत उस क्षेत्र पर शासन चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह एक तरह से गाजा पर कब्जा करने के समान है जबकि अमेरिका भी कह चुका है कि गाजा फिलस्तीन का भाग है। उन्होंने कहा कि यह घोषणा तब हुई जब इज़राइल ने बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद हजारों आरक्षित सैनिकों को लौटने की अनुमति दी और गाजा में अपनी सेना को हटाना जारी रखा।
ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि रक्षा मंत्री गैलेंट के कार्यालय ने एक बयान में कहा, “गाजा पट्टी के उत्तरी क्षेत्र में हम युद्ध दृष्टिकोण में बदलाव करेंगे।” उन्होंने कहा कि इस बयान ने युद्ध के अगले चरणों के लिए गैलेंट के दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित करने वाले मार्गदर्शक सिद्धांतों को रेखांकित किया है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन में छापेमारी, सुरंगों को ध्वस्त करना, हवाई और जमीनी हमले और विशेष बलों के ऑपरेशन शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि घिरे हुए इलाके के दक्षिण में जहां गाजा की 2.3 मिलियन आबादी का अधिकांश हिस्सा अब रह रहा है, वहां लोग तंबू और अन्य अस्थायी आश्रयों में रह रहे हैं, वहां भी हमास नेताओं को खत्म करने और इजरायली बंधकों को बचाने के लिए ऑपरेशन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि इजराइली रक्षा मंत्री के कार्यालय से जारी बयान में साफ कहा गया है कि अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक जरूरी समझा जाएगा, इससे आप समझ सकते हैं कि संघर्षविराम की कोई संभावना नहीं है।