Whatsapp Investment Scams: तगड़े रिटर्न के लालच में व्हाट्सएप के जरिए ठगे जा रहे लोग, SEBI ने बताया बचने का तरीका
Whatsapp Investment Scams: आजकल जिस तरह से निवेश के नाम पर घोटाले हो रहे हैं, उसे देखते हुए सतर्क रहना बहुत जरूरी है। इसलिए अलग-अलग वेबसाइट पर जो कुछ भी आपको दिखे उसे देखकर एक दम उत्साहित न हो जाएं।
हाल ही में, कोलकाता के एक शख्स को व्हाट्सएप पर एक निवेश घोटाले में लगभग 20 लाख रुपये का नुकसान हुआ। ये एक फेसबुक विज्ञापन से जुड़ा स्कैम था। हुआ यह कि कोलकाता के एक 58 वर्षीय शख्स ने स्टॉक ब्रोकिंग कोर्स के लिए साइन अप किया, जिसका विज्ञापन एक फेसबुक एड के जरिए उन तक आया था। जालसाजों ने उस व्यक्ति का भरोसा जीतने के लिए उसे व्हाट्सएप ग्रुप में एड कर लिया और वैसा ही हुआ। उसके बाद व्यक्ति को जोक्सा (Zoksa) नाम से एक विशिष्ट ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर रिडायरेक्ट किया गया। उस व्यक्ति पर इस हद तक दबाव डाला गया कि उसे उस प्लेटफॉर्म में पैसा निवेश करना पड़ा, और बाद में उसे पता चला कि यह एक स्कैम था।
दिल्ली में महिला से ठगी
इसी तरह की एक और घटना हुई दिल्ली में। एक 34 वर्षीय महिला से 25 लाख रुपये ठगे गए। इसकी रिपोर्ट महिला ने दिल्ली पुलिस की साइबर सेल को दी, जिससे एक ऑनलाइन निवेश घोटाले की जांच शुरू हुई।
पीड़िता ने कहा कि वह इंवेस्टमेंट अपॉर्च्युनिटीज सर्च कर रही थी। उसी दौरान एक इंवेस्टमेंट एजेंट ने उसे थर्ड पार्टी ऐप पर ट्रेड करने का निर्देश दिया। शुरुआत में ये महिला को काफी आशाजनक लग रहा था और उसे डेली रिटर्न मिल रहा था। हालाँकि, एक बार जब बड़ा फंड बन गया, तो धोखेबाजों ने अचानक उसके फंड को फ्रीज कर दिया।
क्या दिया गया झांसा
टीओआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, महिला शिकायतकर्ता के मुताबिक उस ऐप ने कई लेवल पर रिटर्न की पेशकश की, जिसमें अधिक वॉल्यूम के नतीजे में मुनाफा भी अधिक हुआ। उन्हें और भी अधिक रकम निवेश करने को कहा गया। इस आश्वासन के साथ कि ऐप कानूनी रूप से सेबी के साथ रजिस्टर है, महिला ने निवेश कर दिया और ठगी का शिकार हुई।
सेबी ने जारी की चेतावनी
भारतीय स्टॉक एक्सचेंज बोर्ड (SEBI) ने ऐसे घोटालों को लेकर रिटेल निवेशकों को चेतावनी जारी की है। सेबी ने निवेशकों से कहा है कि धोखेबाज, जो सेबी के साथ रजिस्टर होने का दावा करते हैं, लोगों को गारंटीड हाई रिटर्न के वादे के साथ लुभाते हैं।
निवेशक सेबी के साथ रजिस्टर होने की बात पर उनके ऐप डाउनलोड करने लगते हैं और धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं। सेबी ने कहा कि जालसाजों द्वारा बताए गए निवेश स्टॉक एक्सचेंजों पर कभी होते ही नहीं हैं। इसके बजाय, ये लेनदेन केवल ऐप के अंदर ही पेपर ट्रेड के तौर पर होते हैं।