इन्वर्टर की बैटरी कब होती है डीप डिस्चार्ज? अगर जान लेंगे तो नहीं होगा हजारों का नुकसान
सर्दी हो या गर्मी बिजली की कटौती होते ही लोगों को एक ही गैजेट की याद आती है, वो है इन्वर्टर. इन्वर्टर गर्मी के मौसम में बिजली की कटौती पर पसीना सुखाने के लिए पंखा चलाने के काम आता है. वहीं सर्दियों में दिन और रात में रूम में रोशनी के लिए बिजली कटौती के समय इन्वर्टर का यूज किया जाता है.
घर में यूज होने वाला इन्वर्टर वैसे तो बहुत काम की डिवाइस है, लेकिन बहुत से लोग इसकी देखभाल ठीक से नहीं करते हैं, जिस वजह से इसकी बैटरी जल्दी खराब हो जाती है. वहीं कई बार तो देखा गया है कि इन्वर्टर की बैटरी डीप डिस्चार्ज में चली जाती है, जिसे रिकवर कराने के लिए फिर इलेक्ट्रिशियन की आवश्यकता होती है. यहां हम आपको बताएंगे कि आखिर इन्वर्टर की बैटरी किस वजह से डीप डिस्चार्ज होती है.
बैटरी डिस्चार्ज होने पर क्या होता है?
इन्वर्टर की बैटरी जब काफी देर तक चार्ज नहीं की जाती है और इसका बैकअप जब खत्म हो जाता है, तो इन्वर्टर की बैटरी बिजली की सप्लाई बंद कर देती है. बैटरी की इस कंडीशन को डिस्चार्ज होना कहते है. ये स्थिति तब तक बनी रहती है, जब तक बैटरी का दोबारा चार्ज होने के लिए इलेक्ट्रिसिटी नहीं मिलती है.
डीप डिस्चार्ज क्या है?
बैटरी जब डिस्चार्ज हो जाती है और इसके बाद भी हम घर में चलने वाले पंखा और ट्यूबलाइट और बल्व को बंद नहीं करते हैं, तो एक समय ऐसा आता है, जब बैटरी का बैकअप बिलकुल खत्म हो जाता है. अगर बैटरी का बैकअप पूरा खत्म हो जाता है तो बैटरी डीप डिस्चार्ज में चली जाती है. ऐसी स्थिति में बैटरी बिजली आने पर भी दोबारा चार्ज नहीं होती और फिर इलेक्ट्रीशियन को बुलाना पड़ता है. जिसके बाद इलेक्ट्रिशियन इसे ठीक करता है और बैटरी दोबारा प्रोपर काम करना शुरू कर देती है. इसके लिए आपको अपनी पॉकेट भी ढीली करनी पड़ती है. इसलिए जब भी बैटरी डिस्चार्ज हो, वैसे ही सारे इलेक्ट्रिक गैजेट्स ऑफ कर देने चाहिए.