जब डूबने वाला था बेटे का करियर, तब अमिताभ आए थे सामने, 2005 में अभिषेक की आंधी में उड़ गया था बॉक्स ऑफिस
बॉलीवुड एक्टर अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan) अपने पिता दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन की राह पर चलते हुए अभिनय की दुनिया में अपना करियर बनाया, लेकिन वह अपने पिता की तरह खुद को स्थापित नहीं कर सके, लेकिन लोगों को उनकी एक्टिंग जरूर पसंद आई.अभिषेक भले ही अपने पिता की तरह बॉक्स ऑफिस के किंग नहीं बन पाए, लेकिन उन्होंने अपनी दमदार एक्टिंग से लोगों के दिलों पर जरूर राज किया. अभिषेक ने साल 2000 में आई फिल्म ‘रिफ्यूजी’ से फिल्मों में कदम रखा था, लेकिन करियर के शुरुआती दौर में वह हर बार असफल साबित होते चले गए.
बॉक्स ऑफिस इंडिया के आंकड़ों के अनुसार, पहली फिल्म से लेकर उनकी 10 फिल्में बॉक्स ऑफिस पर कोई करिश्मा नहीं दिखा पाई. पहली फिल्म ‘रिफ्यूजी’ उनकी एवरेज रही, लेकिन उसके बाद की 9 फिल्में बॉक्स ऑफिस पर लगातार फ्लॉप और डिजास्टर साबित हुई.इसके बाद ‘जमीन’ और ‘युवा’ जैसी फिल्मों से उन्हें थोड़ी बहुत सफलता जरूर मिली, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर इसका असर कुछ खास नहीं देखने को मिला. बेटे की लगातार फ्लॉप करियर को देखते हुए पिता अमिताभ ने एक बड़ा कदम उठाया और अपने बेटे साथ बड़े पर्दे पर उतरे. साल 2005 में आई फिल्म ‘बंटी और बबली’ में अभिषेक के साथ अमिताभ ने साथ किया.
बड़े पर्दे पर पिता का साथ मिलते ही अभिषेक की किस्मत चमक उठी और फिल्म ‘बंटी और बबली’ बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई. इतना ही नहीं, यह फिल्म साल 2005 की दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी.कमाई के मामले में अभिषेक ने आमिर खान की फिल्म मंगल पांडे, सलमान खान की फिल्म मैंने प्यार क्यों किया और अक्षय कुमार की गरम मसाला को भी पीछे छोड़ दिया था. बता दें, ‘बंटी और बबली’ एक क्राइम कॉमेडी फिल्म थी, जो शाद अली द्वारा निर्देशित और जयदीप साहनी द्वारा लिखित थी.
इस फिल्म में अमिताभ बच्चन के साथ अभिषेक बच्चन और रानी मुखर्जी मुख्य भूमिका में थे. दर्शकों को यह फिल्म बेहद पसंद आई थी और खास कर इस फिल्म का एक गाना ‘कजरारे’ तो आज भी लोगों के बीच काफी मशहूर है, जिसमें अमिताभ, अभिषेक और ऐश्वर्या राय एक साथ बड़े पर्दे पर नजर आए थे.