महिलाओं में क्यों बढ़ रही हैं लिवर की बीमारियां?
लिवर रोगों के कई कारण होते हैं, लेकिन कुछ कारणों से महिलाएं पुरुषों की तुलना में इस बीमारी का ज्यादा शिकार हो सकती हैं. जीवनशैली की आदतें और जेनेटिक कारण लिवर की बीमारियों के जोखिम को बढ़ाते हैं, महिलाएं ऑटोइम्यून रोगों का भी ज्यादा शिकार होती हैं इसलिए, ऑटोइम्यून-संबंधित लिवर सूजन और हेपेटाइटिस महिलाओं में ज्यादा देखा जाता है.
महिलाओं में नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर के मामले भी अब बढ़ रहे हैं. यह आमतौर पर मोटापे, इंसुलिन प्रतिरोध और मेटाबोलिक सिंड्रोम से जुड़ा है.
महिलाओं में बीते कुछ सालों से लिवर की बीमारियों के मामले बढ़ रहे हैं. इसके कई कारण हैं. महिलाओं में ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस के केस देखे जा रहे हैं. यह एक क्रोनिक स्थिति है जिसमें शरीर का इम्यून सिस्टम गलती से लिवर कोशिकाओं पर हमला करता है, जिससे सूजन और लिवर को नुकसान होता है. ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस महिलाओं में पुरुषों की तुलना में अधिक होता है. ये बीमारी लिवर की खराबी का कारण बनता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, बीते 2 दशकों में महिलाओं में लिवर डिजीज के मामले बढ़े हैं. इनमें फैटी लिवर और लिवर सिरोसिस दोनों ही बीमारियों के मामलों में इजाफा हो रहा है.
महिलाओं में क्यों बढ़ रही लिवर की बीमारियां
सनर इंटरनेशनल हॉस्पिटल्स में एच पी बी सर्जरी एंड लिवर ट्रांसप्लांट विभाग में एचओडी डॉ. अंकुर गर्ग बताते हैं कि हेपेटाइटिस A, B, C, D, और E, लिवर में सूजन का कारण बन सकते हैं. कुछ अध्ययन बताते हैं कि महिलाओं में हेपेटाइटिस ई के केस बढ़ रहे हैं. इसके अलावा लिवर की दूसरी बीमारियों के मामलों में भी इजाफा हो रहा है. महिलाओं में शराब का सेवन का चलन बढ़ गया है, जो लिवर को नुकसान कर रहा है
कुछ दवाएँ लिवर को नुकसान पहुंचा सकती हैं. जैसे ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव्स, लिवर क्षमता को बहुत प्रभावित कर सकती हैं. बीते कुछ सालों में महिलाओं में ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव्स लेने का चलन बढ़ा है. महिलाओं में लिवर की बीमारियों के बढ़ने का यह भी एक बड़ा कारण है. इसके अलावा खानपान की गलत आदतें और शराब का सेवन भी महिलाओं में लिवर डिजीज के बढ़ने के रिस्क फैक्टर हैं.
कैसे करें बचाव
सही डाइट लें
नियमित रूप से व्यायाम करें
पर्याप्त नींद लें
अधिक फाइबर खाएं
शराब का सेवन न करें
फास्ट फूड से परहेज करें