क्यों आईफोन चलाने वालों को Android नहीं आता पसंद? ये है वजह
Android Smartphone यूजर्स को आप लोगों ने Apple iPhone खरीदते हुए तो कई बार देखा होगा, लेकिन बहुत ही कम लोग ऐसे हैं जो आईफोन चलाने के बाद एंड्रॉयड पर स्विच करते हैं. सवाल यह है कि आखिर वो कौन सी चीज है जो आईफोन चलाने वालों को एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम पर स्विच करने से रोकती है? आज हम आपको बताएंगे कि आखिर वो कौन सी वजह है जिस वजह से आईफोन चलाने वालों को एंड्रॉयड फोन पसंद नहीं आता है?
जिस किसी को भी देख लीजिए हर व्यक्ति iPhone खरीदना चाहता है, फिर चाहे फोन EMI पर ही क्यों न लेना पड़े. एपल की तुलना एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम वाले स्मार्टफोन्स आप लोगों को सस्ते में मिल जाएंगे, लेकिन बावजूद इसके आईफोन यूजर्स को एंड्रॉयड नहीं भाता है.
Apple iPhone चलाने वाले यूजर से आप कभी ये सवाल पूछकर देखिएगा कि क्या वह एंड्रॉयड फोन चलाना पसंद करेंगे, कुछ लोगों के जवाब आपको हां में मिलेंगे तो वहीं कुछ लोगों का जवाब होगा ‘कभी नहीं’. हां में जवाब देने वाले यूजर्स का आंकड़ा नहीं में जवाब देने वालों की तुलना में बहुत ही कम होगा.
क्यों नहीं भाता एंड्रॉयड?
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि एंड्रॉयड फोन की तुलना एपल कंपनी का आईफोन ज्यादा सिक्योर होता है. आए दिन कोई न कोई फोन हैक होने की घटना सामने आ ही जाती है, ऐसे में एंड्रॉयड यूजर को हर वक्त प्राइवेसी और सेफ्टी की चिंता सताती है. प्राइवेसी और सिक्योरिटी, ये दो ऐसी चीजें हैं जो आईफोन यूजर्स को एंड्रॉयड में स्विच होने से रोकती है.
अब तक सामने आई कई रिपोर्ट्स में इस बात का दावा किया गया है कि एपल सिक्योरिटी के मामले में एंड्रॉयड से काफी बेहतर है. आप लोग कहेंगे कि कुछ लोग स्टेटस सिंबल की वजह से भी एंड्रॉयड में स्विच नहीं करना चाहते हैं. प्राइवेसी, सिक्योरिटी और स्टेटस सिंबल जैसे कई कारण हैं जिस वजह से आईफोन यूजर्स को एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं भाता है.