सूखने पर क्यों मुड़ जाती है गाजर, वजह जानने के लिए छात्र ने कर डाली रिसर्च, नतीजों के गिनाए फायदे
कई फल और सब्जी सूखने पर सिकुड़ जाते हैं जिससे उनक आकार बदल जाता है. पर एक मैकेनिकल इंजीनियर छात्र का ध्यान गाजर के इसी खास बर्ताव ने खींचा. गाजर सूखने के बाद सीधी नहीं रहती है. पर ऐसा क्यों होता है? इस बारे में वैज्ञानिकों ने भी ध्यान नहीं दिया था. इस छात्र ने ना केवल इस कारण का पता लगाया, बल्कि इससे गजार जैसे खाद्य पदार्थों को लंबे समय तक सहेजने के उपाय भी खोज लिए
लंबी गाजर को बहुत अधिक समय तक छोड़ने पर यह सूखकर अपने आप ही टेढ़ी हो जाती है. इसी मामूली से सवाल का जवाब मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र एनग्यूये नो बियु ने अपने शोधपत्र “मॉडलिंग ऑफ लॉन्ग्यूटेडनली कट कैरेट कर्लिंग इंड्यूस्ड बाय द वस्कुलर सिलेंडर- कोर्टेक्स इंटरफ्रेंस प्रेशर” नाम से रॉयल सोसाइटी ओपन साइंस में प्रकाशित हुई है.
किचिन में काम करते हुए एनग्येन ने 100 लंकाशायर नैन्टेस गाजारों को लंबाई में दो भागों में काटा और फाइनाइट एलिमेंट मॉडल्स का उपयोग कर उनके उम्र ढलने की प्रक्रिया को विश्लेषण किया. ये मॉडल खास तौर से संरचनात्मक इंजीनिरिंग में उपयोग में लाए जाते हैं.
शोधकर्ताओं ने पाया कि बचे हुए दबावों और डीहाइड्रेशन या पानी की कमी गाजर के मुड़ने के दो प्रमुख कारण होते हैं. गाजर का बाहरी हिस्सा जिसे कोर्टेक्स कहते है, वह बीच में स्थिति केंद्रीय नस की तुलना में ज्यादा कठोर होती है. गाजर को सीधे दो हिस्सों में बांटने से अंदर के दबावों में अंसतुलन आ जाता है.
इसके अलावा पानी की कमी गाजर की कठोरता में और कमी कर देते हैं. इससे मुड़ने का प्रभाव और काम करने लगता है. यह बेकार से लगने वाली रिसर्च ने भोजन उत्पादकों को एक नया गणितीय उपकरण दिया है. इसका उपयोग खाने के रख रखाव और उसकी पैकिंग की डिजाइन में किया जा सकता है. इससे भोजन को खराब होकर बेकार होने से रोकने में भी मदद मिल सकती है.बाथ के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के वरिष्ठ अधिवक्ता और इस शोधपत्र के एक लेखक डॉ एल्से पेग ने अपने बयान में बताया कि उन्होंने गाजर के कटने के बाद समय के साथ मुड़ने को गणितीय तौर पर प्रदर्शित किया है और साथ ही यह भी बताया है कि कौन कौन से कारक मुंडने में योगदान देते हैं.
शोधकर्ताओं का कहना है कि वे गाजर को प्रोसेस करने की काम को बेहतर करने के तरीके खोज रहे थे, जिससे गाजर को लंबे समय तक सहेज कर रखा जा सके. उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने ऐसा तरीका निकाल लिया है, जिससे खाद्य उत्पादक तरीके बदल कर उसे खराब होने से बचा सकते हैं.